रीवा। हनुमाना थाना क्षेत्र अंतर्गत बलभद्र गांव में महाराष्ट्र से आए प्रवासी मजदूरों को वाहन चोरी करने के मामले में महाराष्ट्र पुलिस रीवा आई, जिसके बाद थाना पहुंचे विधायक ने थाना में हंगामा शुरू कर दिया और फिर धरने पर बैठ गए. हालांकि, बाद में मजदूरों को मुचलका के आधार पर छोड़ा गया, जिसके बाद मामला शांत हुआ और महाराष्ट्र पुलिस वाहन लेकर वापस चली गई.
मामला हनुमना थाने के बलभद्र गांव का है, जानकारी के मुताबिक सुमित कुमार पटेल और पिंटू पटेल, नीलेश कुमार पटेल थाना शाहपुर महाराष्ट्र के नागपुर में श्री विक्रमा कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे. लॉकडाउन के कारण वे नागपुर में फंस गए थे, जिनको कंपनी भोजन तक नहीं दे रही थी. इस बात से परेशान होकर उन्होंने कंपनी के वाहन का नागपुर से रीवा के लिए पास बनवाया और वाहन में सवार होकर अपने गांव आ गए. कंपनी ने नागपुर में वाहन चोरी का मामला दर्ज करवा दिया, शिकायत के आधार पर तीनों को पकड़ने के लिए नागपुर पुलिस बुधवार को रीवा आई.
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नागपुर पुलिस ने हनुमना पुलिस की मदद ली और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस सुबह उनको अपने साथ नागपुर ले जाने की तैयारी कर रही थी उसी दौरान परिजन सहित स्थानीय लोग थाना पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया. वे युवकों को नागपुर ले जाने का विरोध कर रहे थे. सूचना मिलते ही मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल भी थाने पहुंचे और पुलिस की मनमानी के खिलाफ वे धरने पर बैठ गए. देखते ही देखते थाने में भीड़ लग गई. इस दौरान पुलिस ने विधायक से बात की तो वे तीनों युवकों को छोड़ने की मांग कर रहे थे.
दिन-भर थाना परिसर में मांग का सिलसिला चलता रहा, जब विधायक नहीं माने तो शाम को पुलिस ने तीनों युवकों को मुचलके पर छोड़ दिया और उनको नोटिस देकर परिजनों के साथ भेज दिया. जिसके बाद करीब पांच बजे धरना बंद हुआ और पुलिस ने भी राहत की सांस ली. फिलहाल महाराष्ट्र पुलिस वाहन को नागपुर ले कर चली गई है.