रीवा। मध्यप्रदेश कैबिनेट के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल अपने अल्प प्रवास पर आज रीवा पहुंचे. जहां पर स्थानीय राज निवास में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने भाजपा की नीतियों पर जमकर निशाना साधा और संबल योजना में भाजपा नेताओं को अधिक से अधिक फायदा दिलाने का आरोप भी लगाया. साथ ही सोमवार को जिले में हुए शिवराज सिंह चौहान के किसान आक्रोश आंदोलन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी दी.
मध्य प्रदेश कैबिनेट के मंत्री कमलेश्वर पटेल ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस तरह भाजपा लोगों को बहकाने का प्रयास कर रही है, यह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि कल जिस तरह बिजली के बिल को जलाकर कानूनी मर्यादा को तोड़ा गया, वह गलत है. संबल योजना पर बात करते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने पदाधिकारियों को फायदा दिलाने के लिए इस योजना का शुभारंभ किया था. इसकी जांच की जा रही है और जल्द से जल्द अन्य कई मामले उजागर किए जाएंगे.
कमलेश्वर पटेल ने हंसते हुए शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाया कि पहले वे अपनी मानसिक बीमारी का इलाज कराएं. दिनोंदिन शिवराज मानसिक बीमारियों से ग्रस्त होते जा रहे हैं, इसलिए कुछ भी बातें कर रहे हैं. साथ ही केंद्र की मोदी सरकार को लेकर उन्होंने कहा कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने वाली यह सरकार झूठ की सरकार है और अगर शिवराज कुछ करना ही चाहते हैं, तो जाकर प्रधानमंत्री मोदी से किसानों के हित के लिए बात करें.
जिले के सिमरिया विधानसभा पर स्थित पटना गांव के किसान वनस्पति साहू द्वारा कर्ज़ के दबाव में किए गए आत्महत्या के बाद मध्य प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया है. प्रदेश की दोनों बड़ी राजनीतिक पार्टियां किसान आरोपों को लेकर मुखर हो गई हैं. एक ओर जहां बीजेपी किसानों के मुद्दे पर कमलनाथ सरकार को घेरने में लगी है, तो वहीं कांग्रेस पार्टी भी 15 साल के भाजपा शासनकाल को याद दिलाते हुए पलटवार कर रहे हैं, साथ ही किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं.