रीवा। जिले के गढ़ थाना क्षेत्र में बहेरा घुचियारी गांव में शनिवार रात एक कच्चे मकान ढह गया. मकान के मलबे में दबकर चार लोगों की अर्दनाक मौत हो गई. वही एक 5 वर्षीय बच्ची को घायल अवस्था में मलबे से बाहर निकाला गया है. घटना जी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर कांग्रेस नेताओं ने मामले का जायजा लिया. मृतक को 50 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग की. कांग्रेस ने प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह के जन्मदिवस पर केक काटने को लेकर कहा कि मंत्री संवेदनहीन हो गए है.
हादसे के वक्त घर के अंदर मृतक मनोज पांडे के अलावा उनकी 70 वर्षिय मां, एक 8 वर्षिय पुत्री और एक 4 वर्षिय बेटी मौजूद थी, जिनकी मौत हो गई. जबकि एक 6 वर्षिय पुत्री को गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाया गया.
प्रशासन की लापरवाही से गई जान
यह ह्रदय विदारक घटना शनिवार देर रात की है. जब परिवार के सभी सदस्य घर के अंदर सो रहे थे, तभी कच्चा मकान ढह गया. घटना में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यह परिवार 3 वर्षों से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा था, लेकिन ब्लॉक कार्यालय में उनका कागज अटका रह गया. जिसकी वजह से कच्चे मकान में रहने के कारण यह घटना घट गई.
इसके अलावा मुख्य मार्ग से गांव तक पहुंचने के लिए सड़क की भी सबसे बड़ी समस्या सामने आई है. जिसकी वजह से घटना घटने के कई घंटों तक प्रशासनिक अमला भी मौके पर नहीं पहुंच पाया. जिससे स्थानीय लोगों में खासा रोष व्याप्त है.
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स्थानीय लोगों की मदत से शवों को निकाला
प्रशासन की नाकामी के चलते कच्चे मकान के मलबे में दबे परिवार को निकालने के लिए स्थानीय लोगों को ही मशक्कत करनी पड़ी. स्थानीय लोगों ने राहत कार्य करते हुए चारों शवों को बाहर निकाला. वही एक बच्ची को गंभीर हालत में मलबे से बाहर निकाला गया.
प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह मना रहे थे जन्मदिन
घटना के तुरंत बाद मृत परिवार को सांत्वना देने कांग्रेस के नेता पहुंचे. जिस पर कांग्रेसी नेताओं ने सरकार से मांग की है कि प्रति व्यक्ति 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए. वहीं रीवा जिले के प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि रीवा में इतनी बड़ी घटना घट जाने के बावजूद प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह अपने क्षेत्र में रहकर अपना जन्मदिवस मना रहे हैं, जो कि उनकी संवेदनहीनता दर्शाता है.
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पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने किया ट्वीट
घटना के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है. ट्वीट के माध्यम से उन्होंने घटना को दुखद बताते हुए सरकार से पीड़ित परिवार की हर संभव मदद किए जाने की मांग की है.