रीवा। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा चलाई गई संबल योजना पर सवाल खड़े होना शुरु हो गए हैं. लेकिन गरीबों की कल्याणकारी योजना में बहुत से गड़बड़ घोटाले भी सामने आने लगे हैं. जिसमें सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन को लेकर आ रहे हैं. जिसके तहत 30 हजार से ज्यादा अपात्र परिवारों को संबल योजना का लाभ दिया गया.
संबल योजना को लेकर राजनीति भी शुरु हो गई है. कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के वक्त पार्टी के नेता संबल के कार्ड बांटकर चुनाव जीतने का प्रयास करते थे.
संबल योजना में सामने आई भारी गड़बड़ी, योजना में 30 हजार से ज्यादा लाभार्थी अपात्र
शिवराज सरकार द्वारा चलाई गई संबल योजना के रजिस्ट्रेशन में भारी गड़बड़ी सामने आई है. सत्यापन के दौरान यह जानकारी उजागर हुई कि नगर निगम के 30 हजार से ज्यादा अपात्र परिवारों को संबल योजना का लाभ दिया गया.
रीवा। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा चलाई गई संबल योजना पर सवाल खड़े होना शुरु हो गए हैं. लेकिन गरीबों की कल्याणकारी योजना में बहुत से गड़बड़ घोटाले भी सामने आने लगे हैं. जिसमें सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन को लेकर आ रहे हैं. जिसके तहत 30 हजार से ज्यादा अपात्र परिवारों को संबल योजना का लाभ दिया गया.
संबल योजना को लेकर राजनीति भी शुरु हो गई है. कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के वक्त पार्टी के नेता संबल के कार्ड बांटकर चुनाव जीतने का प्रयास करते थे.
Body:मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले संबल योजना लागू की गई थी मुख्यमंत्री संबल योजना के अंतर्गत ऐसे लोगों को योजना का लाभ मिलना था जो श्रमिक की श्रेणी में आते हैं लेकिन चुनाव में राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए राजनीतिक दलों के लोगों ने अपने चहेते लोगों को आपात होने के बाद भी पात्रता की श्रेणी में डाल दिया।
संबल योजना में इतनी भरा शाही मचाई गई कि जिनके पास जमीन पक्का मकान चार पहिया वाहन और जो कपड़ा दुकानदार हैं उनको भी योजना का लाभ दिया गया जब इस योजना में प्राप्त आवेदनों के सत्यापन की कार्यवाही शुरू हुई तो पता चला रीवा नगर के नगर निगम में कुल मिलाकर 47000 परिवारों को संबल योजना का लाभ दिया गया है जिनमें से 30000 परिवार अपात्र पाए गए हैं केवल 17000 परिवार ही पात्रता की श्रेणी में पाए गए हैं जो कि एक सोचनीय विषय नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव ने बताया कि रीवा शहर में कुल 52000 परिवार रहते हैं जिनमें से 45000 परिवारों का नाम संबल योजना के तहत जोड़ दिया गया था जो अपने आप में संदेह में नजर आ रहा है उन्होंने कहा कि इस अनियमितता में जिन लोगों का हाथ है उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बाइट- सभाजीत यादव,आयुक्त,नगर निगम रीवा।
Conclusion:.....