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मानहानि के नोटिस पर पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला का जवाब, कहा- सभाजीत यादव लड़ना चाहते हैं चुनाव इसलिए कर रहे ये सब

रीवा सभाजीत यादव के मानहानि के नोटिस का पूर्व मंत्री और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला ने करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा सभाजीत यादव आगे चुनाव लड़ने की इच्छा है, इसलिए ये सब कर रहे हैं.

Former minister Rajendra Shukla gave a notice of defamation notice of Sabhajit Yadav
मानहानि के नोटिस का पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने दिया जवाब
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Published : Jan 4, 2020, 8:28 PM IST

रीवा। जिले के नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव के भेजे मानहानि के नोटिस का पूर्व मंत्री और रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ला ने करारा जवाब दिया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि वो खुद नगर निगम महापौर और एमआईसी सदस्यों की मानहानि कर रहे हैं और उनकी चुनाव लड़ने की इच्छा है, इसलिए ये सब कर रहे हैं.

मानहानि के नोटिस का पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने दिया जवाब

5 करोड़ नहीं देने पर दी कोर्ट जाने की चेतावनी

रीवा नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला के बीच विवाद गहराता जा रहा है. नगर निगम आयुक्त ने सार्वजनिक रूप से उनके खिलाफ दिए गए बयानों से नाराज होकर विधायक राजेन्द्र शुक्ला को 5 करोड़ के मानहानि का नोटिस भेज दिया है. उन्होंने नोटिस में साफ कहा है कि विधायक राजेन्द्र शुक्ला ने कई सभाओं और मीडिया में उनके खिलाफ मानसिक रूप से बीमार और मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने जैसे शब्दों का उपयोग किया है. इसकी क्षतिपूर्ति के रूप में उन्होंने पांच करोड़ रुपए मांगे हैं. ऐसा नहीं करने पर कोर्ट जाने की चेतावनी दी है.

विधायक ने नोटिस का दिया करारा जवाब

वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला का कहना है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है, लेकिन इस बात की जानकारी हुई है. उनका कहना है कि ये तो वहीं कहावत है उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. नगर निगम आयुक्त ने खुद एमआईसी मेम्बरों सहित महापौर की मानहानि की है. उच्च न्यायालय की भी अवमानना की है, जिसके कारण उन्हें खुद ही नोटिस जारी की गई है. उन्होंने कहा की कुछ महीनों बाद जब ये रिटायर होंगे, तो इन्हें आगे राजनीति करने की इच्छा है, इसलिए ये सब कर रहे है.

ये भी पढ़े- रीवा नगर-निगम आयुक्त ने पूर्व मंत्री पर किया मानहानि का मुकदमा, मांगे पांच करोड़

रीवा। जिले के नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव के भेजे मानहानि के नोटिस का पूर्व मंत्री और रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ला ने करारा जवाब दिया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि वो खुद नगर निगम महापौर और एमआईसी सदस्यों की मानहानि कर रहे हैं और उनकी चुनाव लड़ने की इच्छा है, इसलिए ये सब कर रहे हैं.

मानहानि के नोटिस का पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने दिया जवाब

5 करोड़ नहीं देने पर दी कोर्ट जाने की चेतावनी

रीवा नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला के बीच विवाद गहराता जा रहा है. नगर निगम आयुक्त ने सार्वजनिक रूप से उनके खिलाफ दिए गए बयानों से नाराज होकर विधायक राजेन्द्र शुक्ला को 5 करोड़ के मानहानि का नोटिस भेज दिया है. उन्होंने नोटिस में साफ कहा है कि विधायक राजेन्द्र शुक्ला ने कई सभाओं और मीडिया में उनके खिलाफ मानसिक रूप से बीमार और मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने जैसे शब्दों का उपयोग किया है. इसकी क्षतिपूर्ति के रूप में उन्होंने पांच करोड़ रुपए मांगे हैं. ऐसा नहीं करने पर कोर्ट जाने की चेतावनी दी है.

विधायक ने नोटिस का दिया करारा जवाब

वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला का कहना है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है, लेकिन इस बात की जानकारी हुई है. उनका कहना है कि ये तो वहीं कहावत है उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. नगर निगम आयुक्त ने खुद एमआईसी मेम्बरों सहित महापौर की मानहानि की है. उच्च न्यायालय की भी अवमानना की है, जिसके कारण उन्हें खुद ही नोटिस जारी की गई है. उन्होंने कहा की कुछ महीनों बाद जब ये रिटायर होंगे, तो इन्हें आगे राजनीति करने की इच्छा है, इसलिए ये सब कर रहे है.

ये भी पढ़े- रीवा नगर-निगम आयुक्त ने पूर्व मंत्री पर किया मानहानि का मुकदमा, मांगे पांच करोड़

Intro:एंकर: रीवा नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव के भेजे नोटिस का पूर्व मंत्री ने दिया करारा जवाब पूर्व मंत्री ने कहा वो खुद लगातार कर रहे नगर निगम महापौर और एमआईसी सदस्यों की मानहानि चुनाव लड़ने की है इच्छा इसलिए कर रहे ये सब ।

Body:वीओ: रीवा नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव और शिवराज सरकार में मंत्री रहे रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला के बीच विवाद गहराता जा रहा है। नगर निगम आयुक्त ने सार्वजनिक रूप से उनके खिलाफ दिए गए बयानों से नाराज होकर विधायक राजेन्द्र शुक्ला को पांच करोड़ के मानहानि का नोटिस थमा दिया है। उन्होंने मानहानि के पांच करोड़ रुपए न देने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। साथ ही विभिन्न् विभागों में महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए सामने लाई गईं गड़बड़ियों को गिनाया है।

सभाजीत यादव ने नोटिस में लिखा है कि विधायक ने उनके खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयान देकर सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है और इन बयानों से वे मानसिक प्रताड़ित भी हुए हैं। विधायक के बयान से उन्हें ठेस पहुंची है उन्होंने लिखा है कि वल्लभ भवन कभी बंदीगृह नहीं रहा और न ही वहां काम करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को बंदी की श्रेणी में रखा जाता है। उन्हें जंजीरों में भी नहीं जकड़ा जा सकता। 30 साल के कार्यकाल में वे दो बार मंत्रालय में पदस्थ रहे हैं और इस दौरान उन्होंने विभिन्न् विभागों में रहते हुए गड़बड़ियां और कमियां उजागर की हैं।

सभाजीत यादव ने 30 दिसंबर 2019 को भेजे इस नोटिस में साफ कहा है कि विधायक राजेन्द्र शुक्ला ने कई सभाओं और मीडिया में उनके खिलाफ मानसिक रूप से बीमार और मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने जैसे शब्दों का उपयोग किया है। इससे उनकी मानहानि हुई है। इसकी क्षतिपूर्ति के रूप में उन्होंने पांच करोड़ रुपए मांगे हैं। ऐसा नहीं करने पर कोर्ट जाने की चेतावनी दी है।

Conclusion:वंही इस मामले में पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला का कहना है की उन्हें कोई नोटिस नही मिली पर इस बात की जानकारी हुई है उनका कहना है की ये तो वही कहावत है की उल्टा चोर कोतवाल को डांटे नगर निगम आयुक्त ने खुद एमआईसी मेम्बरों सहित महापौर की मानहानि की है उच्च न्यायालय की भी अवमानना की है जिसके कारण उन्हें खुद ही नोटिस जारी की गई है उन्होंने कहा की कुछ महीनों बाद जब ये रिटायर होंगे तो इन्हें आगे राजनीति करने की इच्छा है अब देखना है कि कांग्रेस पार्टी इन्हें रीवा से महापौर का चुनाव लड़ाती है या विधायक का या फिर कंही और से चुनाव लड़ाती है क्योंकि कांग्रेस के नेता तो यंहा दिखाई नही देते।

बाईट- राजेंद्र शुक्ला,विधायक रीवा।
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