रीवा। अपने अल्प प्रवास पर रीवा पहुंचे पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के द्वारा रीवा स्थित राज निवास में पत्रकारवार्ता आयोजित की गई. जिसमे उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की 27 फरवरी को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का रीवा आगमन होगा और वह एनसीसी मैदान में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होंगे. इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने बढ़ती महंगाई और बैंकों के निजीकरण को लेकर केंद्र व राज्य की शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा.
27 फरवरी को रीवा आएंगे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
पत्रकारवार्ता करते हुए पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने बताया की 27 फरवरी को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ रीवा आएंगे और स्थानीय एनसीसी मैदान में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे. पूर्व मंत्री ने कहा की पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की कोशिश है की वर्तमान परिवेश में किसानों की दुर्गति को लेकर जो आंदोलन चल रहा है, उसमें सरकार की निष्ठुरता और संवेदन शून्यता स्पष्ठ रूप से दिखाई दे रही है. किसान आंदोलन के करीब 90 दिन पूरे होने जा रहे है. किसान लगातार आंदोलन पर बैठा है. इसी दौरान लगभग 230 किसानों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन सरकार के पास संवेदनाओं का एक शब्द तक नहीं है.
पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने पत्रकारवार्ता कर दी जानकारी
पूर्व मंत्री ने कहा की केंद्र सरकार ने जिस तरह से कृषि बिल को लागू किया. ठीक उसी तरह से हर चीजों का निजीकरण करने की कोशिश कर रही है. केंद्र सरकार के द्वारा उन बैंकों का निजीकरण कर रही हैं, जिसका पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बैंक जैसी महत्त्वपूर्ण जैसी चीजों का राष्ट्रीकरण किया था, क्योंकि बड़े-बड़े उद्योगपति आम जनमानस का पैसा जमा कराकर अपने कप को दीवालिया घोषित कर देते थे, जिसके बाद जनता का पैसा डूब जाता था. यह सोचकर इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीकरण किया था, लेकिन वर्तमान सरकार किसान बिल की तरह बैंकों का निजीकरण करने में तुली हुई है.
पूर्व मंत्री ने केंद्र व राज्य सरकार पर साधा निशाना
बढ़ती महंगाई को लेकर पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा की हर एक चीज पर महंगाई की मार हो रही है. जिसकी वजह से आम जनमानस परेशान है. लोग पहले नोटबंदी के कारण परेशान हुए और फिर जीएसटी से परेशान हुए कृषि कानून बिल को लेकर नो हालात बने वह भी सब के सामने है कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में काम से कम तीन माह तक प्रदेश में लॉकडाउन की स्थितियां रही है. उस दौरान निचले तबके के लोग रोजगार से वंचित रहा, लेकिन सरकार के ने कही भी अपना दायित्त्व नही निभाया. बजाय उनके जख्मों मरहम लगाने की जगह यह सरकार उनके जख्मो में महंगाई का नामक डालने का काम कर रही है.
सरकार से डीजल-पेट्रोल से 34 प्रतिशत टैक्स हटाने की मांग
तेजी से बढ़ते डीजल पेट्रोल को लेकर पूर्व मंत्री घनघोरिया ने कहा की 'यदि हम पेट्रोल और डीजल की बात करें तो मध्यप्रदेश सरकार इनमें से अपना 34 प्रतिशत टैक्स कम कर ले तो, आधे रेट में हमे पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति हो जाएगी, लेकिन यह सरकार सिर्फ कोरी बातें करती है और अपनी नाकामी छुपाने के लिए आम जनमानस का ध्यान हटाने के लिए धर्मांदत्ता की बात करती है.'
लखन घनघोरिया ने कहा कि इन्ही तमाम बातों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ 27 फरवरी को रीवा आएंगे और इसके एनसीसी मैदान में आयोजित विशाल सम्मेलन में होंगे. इस संभागीय सम्मेलन में रीवा, सीधी, सिंगरौली, सतना, सभी जिलों से कांग्रेस के कार्यकर्ता भी जुटेंगे और हाल में होने जा रहे नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी की अपनी तैयारियां भी है. वर्तमान में सरकार के प्रति आमजनमानस के बीच आक्रोश है और उस आक्रोश को हम और कैसे प्रचारित करें इसके लिए 27 फरवरी को कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जाना है.