रीवा। नए कृषि कानूनों के विरोध में देशभर के किसान महीनों से आंदोलन कर रहे हैं. किसानों का यह आंदोलन देश के हर हिस्से में अलग-अलग तरीके से दिखाई दिया है. इसी कड़ी में नए कृषि कानूनों के विरोध में सेमरिया के बिहरा गांव के किसानों ने गांव में बने बांध के पानी में पैदल चलकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सरकार विरोधी नारे भी लगाए हैं.
- नए कृषि कानूनों के विरोध में 'जल सत्याग्रह'
नए कृषि कानूनों के विरोध में एमपी के किसान 'संयुक्त किसान मोर्चा' के बैनर तले लगातार किसान आंदोलन में भागीदारी कर रहे हैं. रीवा के किसान कई महीनों से करहिया कृषि उपज मंडी में बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके तहत किसानों ने जिले में किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर जल सत्याग्रह किया है.
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- रीवा में आंदोलन के पूरे हुए 100 दिन
दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में रीवा के किसानों का धरना पिछले 100 दिन से जारी है. यहां पर किसानों द्वारा विरोध जताते हुए पिछले 100 दिनों में कई तरीके अपनाए गए हैं, जिसमें सोमवार का यह आंदोलन काफी प्रभावशाली रहा है. रीवा जिले के अलावा इस वक्त प्रदेश के कई हिस्सों में किसान महापंचायतें हो रही हैं, जिसमें किसान एकजुट होकर इन कानूनों को रद्द करने की सरकार से मांग कर रहे हैं.