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सूर्यग्रहण पर डॉ. संदीप शुक्ला ने की ईटीवी भारत से बातचीत

साल के आखरी सूर्यग्रहण पर ईटीवी भारत ने डॉ. संदीप शुक्ला से खास बातचीत कर के सूर्यग्रहण के लाभ और हानि के बारे में जाना.

Dr. Sandeep Shukla talks with ETV bharat on solar eclipse
सूर्यग्रहण पर डॉक्टर संदीप शुक्ला से खास बातचीत
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Published : Dec 26, 2019, 1:51 PM IST

रीवा। गुरुवार को साल का अंतिम सूर्यग्रहण देखा गया. यह ग्रहण दक्षिण भारत के कई शहरों से देखा गया, वहीं इस ग्रहण का सबसे ज्यादा असर भारत में था. इस सूर्यग्रहण को लेकर डॉ. संदीप शुक्ला से खास चर्चा की गई, जिसमें उन्होंने बताया कि ग्रहण को लेकर जातकों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं.

ईटीवी भारत से खास चर्चा में डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि ग्रहण का असर ग्रहण लगने के 7 दिन पहले से प्रारंभ हो जाता है और 15 दिनों तक लगातार इसका असर बना रहता है. वहीं राशियों पर चर्चा करते हुए उन्होंनें बताया कि धनु राशि में सूर्य ग्रहण का असर सबसे ज्यादा पड़ने वाला है और मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर, और मीन राशियों के जातकों पर भी इसका थोड़ा बहुत असर पड़ सकता है. वहीं तुला और कुंभ राशि वालों को सूर्य ग्रहण का लाभ मिल सकता है.

सूर्यग्रहण को लेकर डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि गर्भवती महिलाएं घरों पर ही रहें ताकि सूर्यग्रहण का असर उनपर न पड़े. साथ ही उन्होंने सूर्यग्रहण देखने को लेकर बताया कि इसे नंगी आंखों से ना देखें. सूर्यग्रहण देखने के लिए काले चश्मे इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं, वहीं सूर्यग्रहण होने के बाद स्नान करें खाने में तुलसी का पत्ता डालें, घर में गंगाजल छिड़कें ताकि ग्रहण का असर न पड़े.

रीवा। गुरुवार को साल का अंतिम सूर्यग्रहण देखा गया. यह ग्रहण दक्षिण भारत के कई शहरों से देखा गया, वहीं इस ग्रहण का सबसे ज्यादा असर भारत में था. इस सूर्यग्रहण को लेकर डॉ. संदीप शुक्ला से खास चर्चा की गई, जिसमें उन्होंने बताया कि ग्रहण को लेकर जातकों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं.

ईटीवी भारत से खास चर्चा में डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि ग्रहण का असर ग्रहण लगने के 7 दिन पहले से प्रारंभ हो जाता है और 15 दिनों तक लगातार इसका असर बना रहता है. वहीं राशियों पर चर्चा करते हुए उन्होंनें बताया कि धनु राशि में सूर्य ग्रहण का असर सबसे ज्यादा पड़ने वाला है और मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर, और मीन राशियों के जातकों पर भी इसका थोड़ा बहुत असर पड़ सकता है. वहीं तुला और कुंभ राशि वालों को सूर्य ग्रहण का लाभ मिल सकता है.

सूर्यग्रहण को लेकर डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि गर्भवती महिलाएं घरों पर ही रहें ताकि सूर्यग्रहण का असर उनपर न पड़े. साथ ही उन्होंने सूर्यग्रहण देखने को लेकर बताया कि इसे नंगी आंखों से ना देखें. सूर्यग्रहण देखने के लिए काले चश्मे इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं, वहीं सूर्यग्रहण होने के बाद स्नान करें खाने में तुलसी का पत्ता डालें, घर में गंगाजल छिड़कें ताकि ग्रहण का असर न पड़े.

Intro: note- इस खबर के विजुअल और बाइट लाइव रिकॉर्डिंग से उठा ले।


इस वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण सुबह 6:10 से 11:00 तक दुनिया का यह सूर्य ग्रहण आज रहा है। बता देगी से दक्षिण भारत के कई शहरों से देखा जा सकता है और इसके सबसे ज्यादा असर भारत में ही बढ़ रहा है। आज के सूर्य ग्रहण को लेकर डॉक्टर संदीप शुक्ला से खास चर्चा की गई जिसमें उन्होंने सूर्यग्रहण को लेकर जातकों को क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए उसके बारे में बताया।





Body:ईटीवी भारत से खास चर्चा में डॉक्टर संदीप शुक्ला ने बताया कि ग्रहण का असर ग्रहण लगने के 7 दिन पहले से प्रारंभ हो जाता है और 15 दिनों तक लगातार इसका असर बना रहता है राशियों पर चर्चा करते हुए बताया कि धनु राशि में सूर्य ग्रहण का असर सबसे ज्यादा पड़ने वाला है। वैसे मेष वृषभ मिथुन कर्क सिंह कन्या वृश्चिक धनु मकर और मीन राशियों के जातकों पर भी इसका थोड़ा बहुत असर पड़ सकता है वही तुला और कुंभ राशि वालों को सूर्य ग्रहण का लाभ मिल सकता है। उन्होंने बताया कि तुला राशि के जातकों को थोड़ा सा बेचैनी रहेगी जिसके लिए उन्हें भी संभल कर रहने की जरूरत है।


सूर्यग्रहण को लेकर उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को घरों में रहने की सबसे ज्यादा जरूरत है ताकि उसका सर उन पर ना पढ़ सके क्योंकि गर्भवती महिलाएं ग्रहण के प्रभाव में हमेशा जल्द आ जाती हैं। साथ ही उन्होंने सूर्यग्रहण देखने को लेकर बताया कि इसे नंगी आंखों से ना देखें सूर्यग्रहण देखने के लिए काले चश्मे इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं साथ ही सूर्य ग्रहण होने के पश्चात स्नान ध्यान कर खाने में तुलसी के पत्ते और घर में गंगाजल अवश्य छिड़के, जिससे ग्रहण का असर आपके घर में नहीं पड़ेगा।


Conclusion:बता दें कि सूर्यग्रहण के समाप्ति के बाद स्नान और दान का ज्यादातर महत्व होता है, पिछले 58 वर्षों के बाद इस तरह की स्थिति बनी है, ग्रहण कोई भी होता है उसके प्रभाव तो सभी होते हैं चाहे वह सूर्य ग्रहण हो चाहे वह चंद्र ग्रहण हो। बता दें कि इस बार नए वर्ष में चार ग्रहण होंगे सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण इस तरह के चार ग्रह होने की बात ज्योतिषाचार्य पंडित जी द्वारा बताई जा रही है।

घर समाप्ति के बाद मंदिरों के पट खुलेंगे भगवान को स्नान कराया जाएगा और परंपरा के अनुसार क्रमबद्ध पूजा-अर्चना की जाएगी इसके बाद लोग भगवान के दर्शन करेंगे। ग्रहण के बाद आप लोग भगवान का पाठ कर सकते हैं। ग्रहण के वक्त मंदिरों के पट इसलिए बंद किए जाते हैं क्योंकि ग्रहण के वक्त देवताओं को भी भगवान के दर्शन नहीं होते हैं।

121- डॉक्टर संदीप शुक्ला,
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