रीवा। लद्दाख की गालवान घाटी में चीन के साथ भारतीय सैनिकों की हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए मध्य प्रदेश के वीर सपूत रीवा के लाल दीपक सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम सफर के लिए निकल चुका है. उनके गृह ग्राम फरैदा तक लोग आर्मी ट्रक के आगे-पीछे चलते रहे और 'शहीद दीपक सिंह अमर रहें' के नारों से आसमान गूंज उठा. दीपक सिंह के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ी है.
इससे पहले दीपक का पार्थिव शरीर प्रयागराज पहुंचा. जहां शहीद को 21 राइफल की सलामी देने के बाद सड़क मार्ग से सेना की गाड़ी से पार्थिव शरीर को रीवा के लिए भेजा गया. जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की तैयारी की गई है.
शहीद दीपक को श्रद्धांजलि देने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी रीवा पहुंचे. दीपक कुमार चीन के बॉर्डर पर तैनात थे, जहां चीनी सैनिकों से हिंसक झड़प में वो शहीद हो गए. बता दे कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दीपक के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधी देने का एलान किया है. साथ ही एक पक्का मकान और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया है.