रीवा। बच्चों में लैंगिक अपराधों को रोकने के लिए संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. बढ़ती घटनाओं को लेकर अभिभावकों को इस बारे में जानकारी दी गई. साथ ही ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में विजेता बच्चों को पुस्कार से सम्मानित भी किया गया.
रीवा कमिश्नर डॉ अशोक कुमार भार्गव ने एक दिवसीय कार्यशाला में बताया कि आज के आधुनिक परिवेश में बच्चों को लेकर लैंगिक अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने खरगोन में हुई एक खबर का हवाला देते हुए बच्चों के अभिभावकों को समझाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि बच्चे समाज का दर्पण हैं और उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. रीवा कमिश्नर ने कहा कि अगर किसी बच्चे का उत्पीड़न हो रहा है, तो उसके लिए कानून है. लैंगिक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 में दिए गए प्रावधानों से बच्चों के खिलाफ हो रही किसी भी तरह की हिंसा को रोका जा सकता है.