रीवा। बिछिया मोहल्ले के प्राचीनतम जगन्नाथ मंदिर में लू लगने से भगवान जगन्नाथ बीमार हो गए हैं. फिलहाल आयुर्वेदिक दवाईयों से उनका इलाज किया जा रहा है. भगवान का इलाज कर रहे आयुर्वेदाचार्य ने जल्द ही उनके स्वस्थ होने की उम्मीद जताई है. जगन्नाथ मंदिर में मान्यता है कि हर साल जेठ के महीने में भगवान जगन्नाथ स्वामी भीषण गर्मी में लू लगने से बीमार हो जाते हैं. मंदिर में करीब 150 साल से यह प्रथा चलती आ रही है.
⦁ प्राचीनतम जगन्नाथ मंदिर में लू लगने से भगवान जगन्नाथ बीमार हो गये हैं.
⦁ आयुर्वेदिक दवाईयों से उनका इलाज किया जा रहा है.
⦁ इलाज कर रहे आयुर्वेदाचार्य ने जल्द ही उनके स्वस्थ होने की उम्मीद जताई है.
⦁ मान्यता है कि हर साल जेठ के महीने में भगवान जगन्नाथ स्वामी भीषण गर्मी में लू लगने से बीमार हो जाते हैं.
⦁ जेठ मास की पूर्णिमा से लगातार पंद्रह दिन तक बीमार रहने वाले भगवान जगन्नाथ स्वामी आषाढ़ मास की अमावस्या के दिन स्वस्थ हो जाते हैं.
⦁ मंदिर में करीब 150 साल से यह प्रथा चलती आ रही है.
⦁ स्वस्थ होने पर गाजे-बाजे के साथ भगवान की शहर में यात्रा निकाली जाएगी.
⦁ यात्रा के बाद भगवान मंदिर में दोबारा विश्राम करेंगे.