रतलाम। राजनीति में प्रवेश और जनप्रतिनिधि बनने के लिए नगरी निकाय और लोकल बॉडी के चुनाव को राजनीति की पहली सीढ़ी माना जाता है. जहां राजनीति के गुर सीखकर नेता प्रदेश और देश की राजनीति में प्रवेश करते हैं, वहीं जिले में भी इन दिनों नगरीय निकायों और लोकल बॉडी के वर्तमान और भावी जनप्रतिनिधियों की पाठशाला लगाई जा रही है, जहां वह बेहतर जनप्रतिनिधि बनने का प्रशिक्षण ले रहे हैं.
राजनीति की यह अनोखी पाठशाला न केवल जनप्रतिनिधियों बल्कि शहर के जागरुक मतदाताओं के लिए भी है. जहां राजनीति पाठ्यक्रम में सभी नियम कायदों के साथ, सिटीजन चार्टर और नगरीय निकायों की कार्यप्रणाली जैसे विषयों को शामिल किया गया है. इस पाठशाला का हिस्सा और बेहतर जनप्रतिनिधि बनने के लिए कई पूर्व और भावी लीडर पहुंच रहे हैं.
दरअसल, रतलाम में जनप्रतिनिधियों के लिए चलाई जा रही इस विशेष कक्षा का उद्देश्य है कि जनप्रतिनिधियों को हर विषय के बारे में जानकारी दी जाए, जिससे वह शहर और जनता के लिए किए जाने वाले विकास कार्यों को सही तरीके से कर सकें. जिले में कुछ समाजसेवी युवाओं और शहर की संस्था क्रेडाई ने इस विशेष पाठशाला का संचालन निशुल्क शुरू किया है, जिसमें शहर के आम नागरिकों के साथ ही जनप्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
पाठशाला के संचालकों का कहना है कि कई बार देखने में आता है कि नेताओं में जानकारी की कमी होती है, जिसकी वजह से विकास योजनाएं जनता तक नहीं पहुंच पाती हैं और शासकीय विभागों की कार्यप्रणाली नियम कायदों की सही जानकारी नहीं होने की वजह से जनप्रतिनिधि चाहते हुए भी जनता को योजनाओं का लाभ नहीं पहुंचा पाते हैं.
आम लोगों और जनप्रतिनिधियों में इसी जानकारी के अभाव को दूर करने के लिए, इस पाठशाला को आयोजित किया गया है. जनप्रतिनिधियों ने इसे सराहनीय पहल और शहर के विकास में मददगार बताया है, पाठशाला में प्रशिक्षण देने के लिए रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी, कानून , वाणिज्य और मैनेजमेंट के विशेषज्ञों की एक टीम तैयार की गई है. जो रतलाम शहर के लिए जागरुक और जानकार जनप्रतिनिधियों की टीम तैयार करने में मदद करेगी.