रतलाम। शहर के जवाहर नगर सुबह-सुबह दर्दनाक हादसा हो गया. यहां एक जर्जर मकान की छत गिरने से दर्दनाक हादसा हो गया. घटना में तीन दो मासूम बच्चों और एक महिला की मौत हो गई. जबकि बच्चों का पिता गंभीर रुप से घायल हो गया.

घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और नगर-निगम की टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन मलबे में काफी देर तक दबे रहने की वजह से 10 साल के कान्हा और 15 साल की इशिका की मौत हो गई. जबकि उनकी मां शर्मिला ने भी दम तोड़ दिया.
स्थनीय लोगों ने बताया कि घायल मोहनलाल का मकान जर्जर हो गया था, जिसकी मरम्मत के लिए एक दिन पहले ही काम शुरू किया गया था. मोहनलाल ने जर्जर मकान की छत पर गिट्टी और रेत चढ़वाई थी, लेकिन आज सुबह करीब 5 बजे मकान में सो रहे परिवार पर छत का मलबा गिर गया. जिससे यह घटना हुई. बड़ा सवाल यह है कि बारिश की शुरुआत के साथ ही जर्जर मकानों के गिरने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है. पहले भी इस तरह की घटनाएं होती रही है. लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी हर साल की तरह जर्जर मकान में रह रहे लोगों को कागजी नोटिस थमा कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेते हैं.