रतलाम। केंद्र सरकार ने देश में हर एक शख्स को घर मुहैया कराने की उम्मीद से प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की थी, जिसके तहत आशा की जा रही थी कि साल 2022 तक देश के हर एक शख्स के पास खुद का मकान हो, उसे खुले आसमान के नीचे न रहना पड़े. इस योजना के तहत हर एक गरीब के लिए पक्के आशियाने की आस लगाई हुई थी. लेकिन न तो सरकार की उम्मीद पूरी होती हुई दिख रही है और न ही गरीबों की. जिले के आलोट में आज भी कई हितग्राही अपने आशियाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
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आलोट में लोग आज भी इसी इंतजार में बैठे हैं कि अब सूची में उनका नाम आएगा और उन्हें मकान मिलेगा. वहीं कुछ हितग्राहियों को जमीन तो मिल गई है. लेकिन उनके मकान निर्माण का काम अधर में लटका हुआ है. वहीं मानसून आने में अब बस कुछ ही दिन बचे हुए हैं, जिस वजह से सबको चिंता सताने लगी है.
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बता दें अपने घर की आस में कई गरीब और पात्र व्यक्ति सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट-काट कर थक गए हैं, लेकिन कभी उन्हें कुछ बहाना बता दिया जाता है, कभी कुछ.