रतलाम। जिला परिवहन कार्यालय में लॉकडाउन के बाद बड़ी संख्या में लोग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने और रिन्यूअल करवाने पहुंच रहे हैं. वहीं नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. दरअसल, लॉकडाउन के बाद पब्लिक ट्रांसपोर्ट अब भी बंद पड़ा हुआ है. जिसके चलते लोग अपने खुद के वाहनों से आवागमन कर रहे हैं. जिसके लिए लोग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ कार्यालय पहुंच रहे हैं.
अधिकांश युवा छात्र और दूसरे शहरों में नौकरी करने वाले युवा भी लॉकडाउन के दौरान मिले समय का उपयोग कर अपने लाइसेंस बनवाने या रिन्यूअल करवाने पहुंच रहे हैं. खासबात यह है कि रतलाम आरटीओ कार्यालय में आसानी से उपलब्ध हो रहे काउंटर की वजह से युवा खुद ही अपना स्लॉट बुक कर लाइसेंस बनवाने पहुंच रहे हैं. जिससे आरटीओ एजेंट और बिचौलियों का हस्तक्षेप कम होता नजर आ रहा है.
दरअसल, लॉकडाउन के दौरान बंद हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साधन अभी सड़कों पर नहीं उतरे हैं. ऐसे में यातायात के लिए लोग अपने निजी वाहनों का उपयोग कर रहे हैं. वहीं बड़े शहरों में नौकरी और पढ़ाई करने वाले युवा बड़ी संख्या में अपने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने और रिन्यूअल करवाने पहुंच रहे हैं. जिला परिवहन अधिकारी के अनुसार लॉकडाउन खुलने के बाद काउंटर की उपलब्धता और लम्बी वेटिंग की समस्या आ रही थी.
लेकिन, अब प्रतिदिन करीब 80 काउंटर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं. जिसमें 1-2 दिनों की वेटिंग पर आवेदक अपना रजिस्ट्रेशन करवा पा रहे हैं. वहीं यहां पहुंचने वाले आवेदक भी मानते हैं कि ऑनलाइन आवेदन व्यवस्था लागू होने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया सरल और आसान हो गई है. जिला परिवहन कार्यालयों में हावी रहने वाली आरटीओ एजेंट व्यवस्था भी अब जिला परिवहन कार्यालय से नदारद नजर आ रही है.
बहरहाल लॉकडाउन के बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले आवेदकों की संख्या में हुए इजाफे के बाद परिवहन कार्यालय में प्रतिदिन ऑनलाइन उपलब्ध करवाए जाने वाले स्लॉट की संख्या अब 50 से बढ़ाकर 80 कर दी गई है. जिससे आवेदकों को अब लाइसेंस बनवाने और वाहन रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है.