रतलाम: आईएनएस विक्रमादित्य में लगी आग को बुझाने की कोशिश में लेफ्टिनेंट कमांडर धर्मेंद्र सिंह चौहान शहीद हो गए हैं. लेफ्टिनेंट कमांडर धर्मेंद्र सिंह चौहान आईएनएस विक्रमादित्य के प्रभावित हिस्से में आग बुझाने के दौरान गंभीर रूप से झुलस गए थे. धर्मेंद्र को कारवार स्थित नौसैनिक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है.
बेंगलुरु के पास कारवास में युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर आग लग गई थी. सेकेंड लेफ्टिनेंट कमांडर धर्मेंद्र सिंह और एक अन्य नेवी ऑफिसर ने अपनी जान की परवाह किए बिना आग पर काबू पा लिया लेकिन आग की लपटों और धुएं की वजह से धर्मेंद्र बेहोश हो गए. धर्मेंद्र को कारवास स्थित नेवी अस्पताल में ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है.
धर्मेंद्र की एक महीने पहले ही आगरा की करुणा सीन से शादी हुई थी. पत्नी के अलावा धर्मेंद्र के परिवार में उनकी मां टमा कुंवर और बहन ज्योति सिंह हैं. धर्मेंद्र की शहादत की खबर मिलने के बाद परिवार सदमें में है. रतलाम शहर में सेकंड लेफ्टिनेंट धर्मेंद्र सिंह की शहादत की खबर मिलने से शोक की लहर फैल गई. शहीद धर्मेंद्र सिंह का पार्थिव देह शनिवार को रतलाम लाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.