डिंडौरी। आदिवासी जिला डिंडौरी में शासकीय उचित मूल्य दुकानों में लगी बायोमेट्रिक मशीन की आये दिन खराबी के चलते जहां उपभोक्ताओं को राशन से वंचित होना पड़ता है तो विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान उठने लगते हैं. इसी मामले को निचले स्तर से जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने जब जिला आपूर्ति अधिकारी से मुलाकात की तो मामला बेहद गंभीर निकला. जानकारी के अनुसार जिले में नेटवर्क की बड़ी समस्या और बायोमेट्रिक मशीन की घटिया गुणवत्ता के चलते जिले की उचित मूल्य की दुकानों से राशन वितरण में परेशानी होती है. जिसके चलते आमजनता को राशन से वंचित होना पड़ता है. वही जिला खाद्य अधिकारी ने मशीन को बदलने की मांग की है.
डिंडौरी जिला आपूर्ति अधिकारी आर एम सिंह ने बताया कि जिले में कुल 334 शासकीय उचित मूल्य की दुकानें संचालित है. जिनमें डीएसके कंपनी की बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई हैं. मई के महीने में 65 मशीनें खराब हो गई हैं जिसके चलते उस दुकानों में राशन वितरण के लिए रोक लगा दी गई है.
जिला आपूर्ति अधिकारी ने खुले तौर पर बताया कि जिले में नेटवर्क की बड़ी समस्या है जिसके चलते शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में सर्वर प्रॉब्लम के चलते महज 10 से 12 उपभोक्ताओं को राशन मिल पाता है. बाकी सर्वर के चलते इसका लाभ नहीं ले पाते हैं.जिला आपूर्ति अधिकारी ने शासन से मांग की है कि यदि विजन टेक कंपनी की बायोमेट्रिक मशीन लगा दी जाए जिले की उचित मूल्य की दुकानों में तो जिला के उपभोक्ताओं को बायोमेट्रिक प्रणाली से राशन आसानी से मिल सकेगा.