रतलाम। ज्योतिरादित्य सिंधिया और शहर नेता केके सिंह कालूखेड़ा के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के बाद भी कांग्रेस की गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. शुक्रवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव के स्वागत के दौरान कांग्रेस की गुटबाजी फिर से देखने को मिली, रतलाम शहर के बस स्टैंड और सर्किट हाउस में दो अलग-अलग गुटों ने स्वागत किया. जिस पर जिलाध्यक्ष और कार्यवाहक अध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर की है. स्वागत की होड़ में कार्यकर्ताओं ने कोरोना प्रोटोकॉल का भी खुलेआम उल्लंघन किया.
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव का स्वागत
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी इशीता सेड़ा का मंदसौर की ओर शुक्रवार देर शाम दौरा था, इस बीच वे कुछ देर के लिए जावरा में रूकीं. इस दौरान स्वागत की होड़ में कुछ कार्यकर्ता बस स्टैंड पर तो कुछ रेस्ट हाऊस पर उनका इंतजार कर रहे थे. इशीता सेड़ा रतलाम की तरफ से आईं और सीधा उनका वाहन बस स्टैंड किनारे रूका, जहांं पूर्व गृह मंत्री भारत सिंह के पुत्र नीतिराज सिंह के नेतृत्व में बस स्टैंड पर उनका स्वागत किया गया, जिससे रेस्ट हाऊस में इंतजार कर रहे कांग्रेसी कार्यकर्ता नाराज हो गए.
दूसरे गुट ने जताई नाराजगी
बस स्टैंड पर स्वागत के बाद जब इशीता सेड़ा रेस्ट हाऊस पहुंची तो कार्यकर्ता नाराज हो गए, कार्यकर्ता राष्ट्रीय महासचिव से बोले, आप जिन लोगों से पहले स्वागत करवाकर आई हैं, वे कांग्रेसी नहीं हैं, वे सभी ट्रैक्टर छाप कांग्रेसी हैं. असली कांग्रेसी और यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी तो यहां आपका इंतजार कर रहे थे. जब तकरार बढ़ी तो राष्ट्रीय महासचिव सेड़ा बिना स्वागत के ही रेस्ट हाऊस से लौटने लगीं, फिर कार्यकर्ता मान मनौव्वल कर उन्हे अंदर ले गए और स्वागत किया. इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश भरावा और कार्यवाहक अध्यक्ष तेजेन्द्र सिंह जादौन की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई.
एनएसयूआई पूर्व जिलाध्यक्ष संयम शर्मा ने कहा कि एनएसयूआई जिलाध्यक्ष पप्पु चोराडियो, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रजनी अरोड़ा, युवक कांग्रेस पिपलोदा अध्यक्ष सहित सैकड़ों पदाधिकारी हमारे साथ हैं, जो रेस्ट हाऊस में मौजूद थे. फिर भी राष्ट्रीय महासचिव को उनके वाहन में बैठे बड़े पदाधिकारी वहां ले गए, जो अनुचित है.