रतलाम। जावरा शहर की सबसे बड़ी समस्या रेलवे पर निर्माणाधीन ओरवब्रिज है, जिसका काम रुका हुआ है. इस ओवरब्रिज का काम जून माह के पहले सप्ताह में फिर से शुरू हो जाएगा. इस दौरान बिजली के पोल से ब्रिज निर्माण में समस्या आ रही थी, जिसे शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया है.
33 केवीए लाइन की शिफ्टिंग का काम शनिवार से शुरू हो गया है. वहीं फाटक के दूसरी ओर के हिस्से का काम मुआवजे के चक्कर में अटका था, वह भी अब लगभग समाप्त होने वाला है. मुआवजे की बढ़ी हुई राशि भी कलेक्टर को मिल चुकी है, जो जून माह के पहले सप्ताह में बटना शुरू हो जाएगी. इसके साथ ही फाटक के दूसरी ओर का निमार्ण डिस्मेंटल होना प्रारंभ होगा और ठेकेदार को ब्रिज निर्माण के लिए चाल मिलेगी.
विधायक ने अधिकारियों के साथ किया अवलोकन
शनिवार को विधायक डॉक्टर राजेन्द्र पाण्डेय ने बिजली कंपनी से लेकर बिजली कंपनी ठेकेदारों और विकास निगम के अधिकारियों के साथ मिलकर पूरे रुट का अवलोकन किया, साथ ही अब काम को किसी भी सूरत में रुकने नहीं देने की बात कही है.
बिजली पोल की शिफ्टिंग
पावर हाउस से लेकर रेलवे फाटक तक लगे 33 केविए लाइन के पोल को शिफ्ट करने और उन पर तार डालने का काम शुरू हुआ. सुबह विधायक डॉक्टर राजेन्द्र पाण्डेय ने बिजली कंपनी डीई महेन्द्र मैडा, सेतु विकास निगम के एमएल श्रीवास्तव, बिजली कंपनी ई एण्ड ओ के ठेकेदारों और इंजिनियर के साथ मिलकर लाइन शिफ्टिंग के काम का अवलोकन किया.
विधायक ने ठेकेदार से की चर्चा
इस दौरान विधायक ने ब्रिज निर्माण ठेकेदार से भी चर्चा की और उसे भी काम पुन: चालू करने के लिए तैयार करने की बात कही. विधायक डॉक्टर पाण्डेय ने बताया कि महात्मा गांधी स्कूल वाली साइट में लाइन डालने का काम शुरू कर दिया गया है. इस लाइन का काम पूरा होने के बाद सामने की लाइन में मौजूद 99 केविए लाइन की शिफ्टिंग का काम शुरू होगा.
जून में ही बंटेगा मुआवजा
फाटक के दूसरी साइट का मामला मुआवजे की रकम को लेकर अटका हुआ था, लंबी खींचतान के बीच मुआवजे की राशि करीब 3 करोड़ रुपए और बढ़ गई. जिसकी मंजूरी भी शासन से मिल चुकी है. विधायक डॉक्टर पाण्डेय ने बताया कि मुआवजे को लेकर कलेक्टर से लेकर सेतु विकास निगम के अधिकारियों तक लगातार चर्चा के बाद मुआवजे को लेकर जो भी डिस्पूट थे, सभी समाप्त करवाए. हालांकि कुछ व्यापारियों के स्वामित्व को लेकर पारिवारिक विवाद जारी है. जिस पर न्यायालय का डिसीजन मान्य होगा. कोर्ट जिसे भी स्वामीत्व का प्रमाणपत्र देगी, उसे मुआवजा राशि दे दी जाएगी. जून माह के पहले सप्ताह में मुआजवा राशि बटने की कार्रवाई प्रारंभ हो जाएगी.