रतलाम। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का आलम ये है कि जिला चिकित्सालय में पिछले दो साल से बनकर तैयार ब्लड कंपोनेंट यूनिट अब तक शुरु नहीं हो सका है, जिसके चलते लाखों रूपए की मशीनें धूल खा रही हैं, जबकि थैलेसीमिया और डेंगू जैसी बीमारियों के मरीजों को ब्लड कंपोनेंट उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.
जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड कंपोनेंट यूनिट स्थापित करने के लिए लाखों रुपए की लागत से मशीनें खरीदी गई थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने लाइसेंस के लिए जरूरी व्यवस्था नहीं की थी. जिसके चलते ब्लड कंपोनेंट यूनिट अब तक शुरू नहीं हो सका है.
ब्लड बैंक के नोडल अधिकारी ने बताया कि टेक्नीशियन की ट्रेनिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है, पैथोलॉजिस्ट की नियुक्ति के बाद ब्लड कंपोनेंट यूनिट जल्दी ही शुरू कर दिया जाएगा.