रतलाम। सेमलिया गांव में ग्रामीणों ने वन विभाग को सड़क पर घायल पड़े लकड़बग्घे की सूचना दी. जिसके 3 घंटे बाद वन विभाग का अमला बिना संसाधनों के गांव पहुंचा. फिर ग्रामीणों की मदद से घायल लकड़बग्घे को वन विभाग के वाहन से रतलाम ले जाया जा सका.
इसी तरह पिछले दिनों भी जिले के ही बड़ायला माताजी गांव में तेंदुआ घुस आया था. जिसे पकड़ने के लिए भी वन विभाग के पास कोई संसाधन उपलब्ध नहीं थे.
वन विभाग की टीम घायल हुए लकड़बग्घे को जिला मुख्यालय लेकर जरूर गई है. लेकिन वन विभाग की लापरवाही और संसाधनों की कमी को देखते हुए घायल हुए वन्य प्राणी की देखरेख कैसी की जा रही होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.