रतलाम। पिछले दिनों भारी बारिश के चलते कई जगहों पर इमारतें धराशाई होने की खबरें आई हैं. इन दिनों रतलाम के जिला अस्पताल का भी हाल कुछ ऐसा ही नजर आता है. जिला अस्पताल की छत से रिसता पानी, दीवारों के उखड़े प्लास्टर यही बयां करतें हैं. ऐसे हालात में कभी भी कोई बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है. लेकिन लगता है अस्पताल प्रशासन को इसकी सुध लेने तक की फुर्सत नहीं है.
अस्पताल की बिल्डिंग कि मरम्मत लगभग पिछले 50 साल से नहीं करवाई गई है, जिसके नतीजे कुछ दिन पहले भी देखने को मिला था. जब अस्पताल कर्मचारी के उपर छत का छज्जा गिर गया था. इस घटना में अस्पताल का कर्मचारी बाल-बाल बचा था. अस्पताल के इमरजेंसी, ओपीडी और मेल फीमेल वार्ड में भी कमो बेश ऐसे ही हाल हैं.
छत से पानी टपकता रहता है जिससे मरीज और उसके परिजनों को खासी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है.अस्पताल में ऐसी ही लापरवाही के चलते पहले भी कई हादसे हो चुके हैं. तो क्या जिला अस्पताल प्रशासन कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है? फिलहाल अस्पताल प्रशासन की लापरवाही यही दर्शा रही है.