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रतलाम जिला अस्पताल में पैदा हुआ दो सिर वाला बच्चा, नाजुक हालत में इंदौर रेफर

रतलाम के एमसीएच में सोमवार को एक अनोखे बच्चे ने जन्म लिया, बच्चे के दो सिर व तीन हाथ हैं. डॉक्टर के मुताबिक एक से डेढ़ लाख डिलीवरी में से एक केस इस तरह का सामने आता है.

District Hospital Ratlam
जिला अस्पताल रतलाम
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Published : Nov 17, 2020, 9:55 PM IST

रतलाम। रतलाम के एमसीएच में सोमवार को एक अनोखे बच्चे ने जन्म लिया, बच्चे के दो सिर व तीन हाथ हैं. डॉक्टर के मुताबिक एक से डेढ़ लाख डिलीवरी में से एक केस इस तरह का सामने आता है. एमसीएच में शिवगढ़ के पास ग्राम बाढ़लियाघटा की निवासी दुर्गा पति गवजी की दोपहर में डिलीवरी हुई, उसने एक विचित्र बच्चे को जन्म दिया है. नवजात बच्चे को देख सभी चौंक गए, नवजात की स्थिति सही नहीं बताई जा रही है. बच्चे को तत्काल एसएनसीयू वार्ड में पहुंचाया गया, अभी बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है.

एसएनसीयू प्रभारी डॉ. नावेद कुरैशी

जॉइंट ट्विंस

एसएनसीयू प्रभारी डॉ. नावेद कुरैशी ने बताया कि, बच्चे का दिल, फेफड़े, लिंग सहित अन्य अंग एक हैं, लेकिन दो सिर और तीन हाथ हैं, दरअसल, एक भ्रूण से एक बच्चा बनता है. एक भ्रूण से एक अन्य भ्रूण अलग हो जाता है. तो ट्विंस पैदा होते हैं, जब पूरी तरह भ्रूण अलग नहीं हो पाता तो उसे जॉइंट ट्विंस कहते हैं.

नहीं कराई सोनाग्राफी वजन 2.77 ग्राम

डॉक्टर कुरैशी ने बताया कि, माता-पिता ने सोनोग्राफी नहीं करवाने की बात कही, बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है. यहां सर्जरी के इंतजाम नहीं होने से बच्चों को इंदौर रेफर करना होगा, इस बात की जानकारी माता-पिता को दे दी है. बच्चे का वजन दो किलो 77 ग्राम है. दो से तीन साल पहले भी एक ऐसा मामला रतलाम जिले में सामने आया था, हालांकि देर रात तक नवजात बच्चे की मौत हो गई थी.

रतलाम। रतलाम के एमसीएच में सोमवार को एक अनोखे बच्चे ने जन्म लिया, बच्चे के दो सिर व तीन हाथ हैं. डॉक्टर के मुताबिक एक से डेढ़ लाख डिलीवरी में से एक केस इस तरह का सामने आता है. एमसीएच में शिवगढ़ के पास ग्राम बाढ़लियाघटा की निवासी दुर्गा पति गवजी की दोपहर में डिलीवरी हुई, उसने एक विचित्र बच्चे को जन्म दिया है. नवजात बच्चे को देख सभी चौंक गए, नवजात की स्थिति सही नहीं बताई जा रही है. बच्चे को तत्काल एसएनसीयू वार्ड में पहुंचाया गया, अभी बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है.

एसएनसीयू प्रभारी डॉ. नावेद कुरैशी

जॉइंट ट्विंस

एसएनसीयू प्रभारी डॉ. नावेद कुरैशी ने बताया कि, बच्चे का दिल, फेफड़े, लिंग सहित अन्य अंग एक हैं, लेकिन दो सिर और तीन हाथ हैं, दरअसल, एक भ्रूण से एक बच्चा बनता है. एक भ्रूण से एक अन्य भ्रूण अलग हो जाता है. तो ट्विंस पैदा होते हैं, जब पूरी तरह भ्रूण अलग नहीं हो पाता तो उसे जॉइंट ट्विंस कहते हैं.

नहीं कराई सोनाग्राफी वजन 2.77 ग्राम

डॉक्टर कुरैशी ने बताया कि, माता-पिता ने सोनोग्राफी नहीं करवाने की बात कही, बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है. यहां सर्जरी के इंतजाम नहीं होने से बच्चों को इंदौर रेफर करना होगा, इस बात की जानकारी माता-पिता को दे दी है. बच्चे का वजन दो किलो 77 ग्राम है. दो से तीन साल पहले भी एक ऐसा मामला रतलाम जिले में सामने आया था, हालांकि देर रात तक नवजात बच्चे की मौत हो गई थी.

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