राजगढ़। जिले के खिलचीपुर तहसील अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन कराने आई महिलाओं को ऑपरेशन के बाद बेड भी नसीब नहीं हुआ और उन्हे जमीन पर ही खुले बरामदे में लिटा दिया गया. ऑपरेशन के 4 से 8 घंटों बाद उन्हें डिस्चार्ज कर घर भेजा गया.
दर्द से तड़पती रहीं महिलाएं
ऑपरेशन कराने आई महिलाएं और उनके परिजनों ने बताया कि अस्पताल के वार्डों में पलंग की सुविधा नहीं की गई थी और लगभग सभी महिलाओं को नीचे फर्श पर ही लिटाया गया था. अव्यवस्था के बीच मची अफरा-तफरी में कई महिलाएं दर्द से जमीन पर ही कराहती रही.
स्वास्थ्य कर्मचारियों के पास लक्ष्य पूरा करने का दबाव
सरकार के परिवार नियोजन का लक्ष्य निर्धारित किए जाने के बाद महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर भारी दबाव रहता है ताकि वो अपने लक्ष्य को समय सीमा में पूरा कर सकें. इसे लेकर काफी मशक्कत के बाद इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं नसबंदी ऑपरेशन कराने के लिए आई थी लेकिन यहां की अव्यवस्था के चलते उन्हे परेशान होना पड़ता है.
स्वास्थ्य विभाग पर खड़े हो रहे हैं सवाल
जहां सरकार चिकित्सा सुविधाओं और परिवार नियोजन पर काफी खर्च करती है और लगातार लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने के लिए उन तक संदेश पहुंचाती है. वहीं जब परिवार नियोजन के लिए महिलाएं जब अस्पताल पहुंचती है और तो उन्हें कोई सुविधा नहीं मिलीत.