राजगढ़। सरकारें अस्पतालों में अच्छी सुविधा होने का दावा करती हैं. दावा किया जाता है, कि जिला अस्पताल में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. लेकिन जरूरत पर इन सभी दावों की पोल खुल जाती है. यही हाल राजगढ़ जिला अस्पताल में भी देखने को मिला. एक ओर जहां अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है, वहीं दूसरी तरफ कई सुविधाएं आज भी यहां सिर्फ नाम के लिए गिनाई जाती हैं. जिला अस्पताल का ब्लड बैंक भी ब्लड की कमी से लगातार जूझ रहा है.
राजगढ़ जिला अस्पताल ब्लड बैंक में आलम ये है कि यहां अब सिर्फ ओ पॉजिटिव ब्लड (O+ve) के 13 यूनिट ही उपलब्ध है. इसके अलावा सभी ब्लड ग्रुप ब्लड बैंक में उपलब्ध ही नहीं है. ब्लड बैंक में ब्लड की कमी के कारण जिलेवासियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. अगर किसी इमरजेंसी केस में ज्यादा मात्रा में ब्लड की जरूरत पड़े, तो उसे कैसे पूरा किया जाएगा. इस कमी के कारण किसी की जान भी जा सकती है.
थैलेसीमिया से लेकर एक्सीडेंट में होती है रक्त की जरूरत
ब्लड थैलेसीमिया बीमारी से लेकर एक्सीडेंट होने पर ब्लड की काफी जरुरत होती है. वहीं ब्लड की कमी हो जाने के कारण कई बार एक्सीडेंट में कई व्यक्तियों की भी जान चली जाती है. इसके अलावा कई बार महिलाओं की डिलीवरी के वक्त भी ब्लड की कमी देखने को मिलती है और उनको अतिरिक्त ब्लड चढ़ाया जाता है. ऐसे सयम में अगर उन्हें ब्लड उपलब्ध नहीं हो पाता है तो मां और बच्चे की जान को खतरा हो सकता है.
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कैंप लगाकर ब्लड की कमी को किया जाएगा पूरा
इस संबंध में जब ब्लड बैंक के अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि काफी लंबे समय से ब्लड डोनेट कैंप आयोजित नहीं होने के कारण और लोगों की रक्तदान में कम रूचि होने के कारण ब्लड स्टोरेज में कमी आती है. अस्पताल मे दिवाली के बाद ही ब्लड डोनेट कैंप का आयोजन किया जाएगा, जिससे ब्लड बैंक में यह कमी दूर की जा सके.