राजगढ़। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह ने पूर्व सीएम दिग्वजिय सिंह को उन्हीं के घर में घेरने की कोशिश की है. कांग्रेस नेता दिग्वजिय सिंह का नाम लिए बिना शिवराज सिंह ने कहा कि 10 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने के बाद वह सेना के पराक्रम पर सवाल उठाते हैं. 'मैं उनका नाम नहीं लूंगा, अगर ले लिया तो मुझे नहाना पड़ेगा'.
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि सेना के पराक्रम और पीएम मोदी के काम पर प्रश्न चिन्ह लगाने वाले लोग अगर वोट लेने आएं, तो उन्हें अपने मत से हरा देना. लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे शिवराज सिंह ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने से मेरे प्रदेश को हानि हुई है.
प्रदेश में जारी अपहरण की वारदातों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस-व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है. पहले सतना के चित्रकूट में दो जुड़वां मासूम भाईयों की हत्या कर दी गई, फिर सतना में एक मासूम बच्चे का अपहरण कर उसे भी मौत के घाट उतार दिया गया. भाषण के दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार में शुरू हुई योजनाओं को बंद करने और उनका नाम बदलने पर सरकार पर प्रश्नचिन्ह लगाए. साथ ही प्रदेश में हो रहे तबादलों पर भी वह सवाल उठाते नजर आए.
दरअसल पूर्व सीएम शिवराज सिंह जिले की ब्यावरा तहसील में आयेजित बीजेपी की संकल्प यात्रा के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने कमलनाथ सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए. इस कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, नेताप्रतिपक्ष गोपाल भार्गव समेत तमाम बीजेपी के नेता मौजूद रहे.