राजगढ़। जिला जेल में लगातार कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. इसका एक कारण ये भी है कि जेल में क्षमता से अधिक कैदियों को रखा जा रहा है. जिला जेल में गणेशपुरा निवासी एक कैदी 17 मई को जेल में संक्रमित मिला था, जिसके बाद से लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. अभी तक जेल में 10 कैदी संक्रमित हो चुके हैं. वहीं नरसिंहगढ़ जेल में एक कोरोना मरीज मिला है. बात करें पूरे जिले की तो अभी तक 800 से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं.
कोरोना वायरस के चलते कई जेलों से कैदियों को परोल पर भेज दिया गया है तो कई जेल ऐसी भी हैं, जहां क्षमता से अधिक कैदियों को रखा जा रहा है. जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. राजगढ़ जिला जेल के भी यही हालात हैं. जिला जेल में 397 कैदी हैं, जिनमें से 45 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर छोड़ दिया गया था, पांच कैदी परोल पर हैं. जिसके बाद जिला जेल में बंद कैदियों की संख्या 347 है. जिला जेल में 160 पुरूष कैदियों को रखने की व्यवस्था है, साथ ही महिला कैदियों के लिए पांच बैरक में 30 महिला कैदियों को रखने की व्यवस्था है. जिसमें 160 पुरूष कैदियों की क्षमता वाले जेल में 187 कैदियों को रखा गया है. हालांकि, महिला कैदियों की संख्या ज्यादा होने के चलते उन्हें सारंगपुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है.
नरसिंहगढ़ जेल में भी मिला कोरोना मरीज
जिले की नरसिंहगढ़ उप जेल के भी यही हालात हैं. यहां के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. यहां भी क्षमता से अधिक कैदियों को रखा गया है. बीते दिनों नरसिंहगढ़ जेल में कोरोना मरीज मिलने से हड़कंप मच गया था, प्रशासन सतर्क हो गया है. हालांकि, क्षमता से अधिक कैदी होना मुसीबत का कारण बन सकता है. जेल प्रशासन को इसके लिए पुख्ता इंतजाम करने चाहिए.
जिला जेल अधीक्षक ने कहा कि जिले में अभी तक 7 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कैदी को जेल में लाने से पहले उसका कोरोना टेस्ट करवाया जा रहा है. जिसके बाद उसे कैदियों से अलग क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. अगर कैदी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसको जिला अस्पताल में उपचार के लिए भेजा जाता है.