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'सांझ की रोटी' टीम ने मिलाया लापता रेखा यादव को अपने परिवार से

राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ पुलिस ने 'सांझ की रोटी' की टीम की मदद से आठ महीने पहले लापता हुई रेखा यादव को अपने परिवार से मिलवाया है.

'सांझ की रोटी' टीम ने मिलाया लापता रेखा यादव को
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Published : Nov 20, 2019, 11:45 AM IST

Updated : Nov 20, 2019, 12:42 PM IST

राजगढ़। आखिरकार 8 महीने बाद रेखा यादव अपने घर वापस लौट आयी हैं. 'सांझ की रोटी' टीम से की वजह से ही रतलाम की रहने वाली रेखा यादव अपने परिवार से दोबारा मिल सकी हैं. शादी टूटने के बाद डिप्रेशन में आई रेखा यादव आठ महीने पहले रतलाम से भाग गई थीं. परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.

'सांझ की रोटी' टीम ने मिलाया लापता रेखा यादव को

परिजनों की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए पुलिस रेखा की लगातार तलाश में जुटी थी. इसी बीच नरसिंहगढ़ पुलिस ने 'सांझ की रोटी' की टीम की मदद से रेखा को उसके घर रतलाम भेजा है. बीते दिन रेखा के परिजनों को पुलिस ने बुलाया और रेखा को उनके सुपुर्द कर दिया. अब उसे बाणगंगा के मानसिक अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. इसी हॉस्पिटल में उसका पहले से इलाज चल रहा था.

लापता होने के बाद परेशान था परिवार
रेखा के लापता होने के बाद से परिवार बेहद परेशान था. इसके लिए परेशान परिवार गुजरात और मुंबई तक तलाश करता रहा, लेकिन रेखा का कोई पता नहीं चला. रेखा यादव के मिलने के बाद अब परिवार ने पुलिस और 'सांझ की रोटी' की टीम के लिए थैंक्यू बोला है.

राजगढ़। आखिरकार 8 महीने बाद रेखा यादव अपने घर वापस लौट आयी हैं. 'सांझ की रोटी' टीम से की वजह से ही रतलाम की रहने वाली रेखा यादव अपने परिवार से दोबारा मिल सकी हैं. शादी टूटने के बाद डिप्रेशन में आई रेखा यादव आठ महीने पहले रतलाम से भाग गई थीं. परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.

'सांझ की रोटी' टीम ने मिलाया लापता रेखा यादव को

परिजनों की रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए पुलिस रेखा की लगातार तलाश में जुटी थी. इसी बीच नरसिंहगढ़ पुलिस ने 'सांझ की रोटी' की टीम की मदद से रेखा को उसके घर रतलाम भेजा है. बीते दिन रेखा के परिजनों को पुलिस ने बुलाया और रेखा को उनके सुपुर्द कर दिया. अब उसे बाणगंगा के मानसिक अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. इसी हॉस्पिटल में उसका पहले से इलाज चल रहा था.

लापता होने के बाद परेशान था परिवार
रेखा के लापता होने के बाद से परिवार बेहद परेशान था. इसके लिए परेशान परिवार गुजरात और मुंबई तक तलाश करता रहा, लेकिन रेखा का कोई पता नहीं चला. रेखा यादव के मिलने के बाद अब परिवार ने पुलिस और 'सांझ की रोटी' की टीम के लिए थैंक्यू बोला है.

Intro:
शादी टूटने से मानसिक संतुलन खाे बैठी रतलाम की रेखा, सूचना पर लेने अाए भाई

नरसिंहगढ़
8 महीने पहले रतलाम में अपने घर से भटककर नरसिंहगढ़ अा गई रेखा यादव काे
मंगलवार काे पुलिस ने उनके भाई अनिल यादव के सुपुर्द किया। रेखा का
मानसिक संतुलन स्थिर नहीं है। हालांकि रेखा से ही हुई बातचीत के बाद
पिछले महीने उनके रतलाम निवासी हाेने की जानकारी मिली थी। इसके बाद से
पुलिस लगातार रतलाम संपर्क कर रही थी। इसी दाैरान उनके भाई का पता चला।
उन्हें बताया ताे वे रेखा काे लेने शहर में अाए। उन्हाेंने फरवरी 2019
में रतलाम थाने में रेखा की गुमशुदगी की रिपाेर्ट भी दर्ज करवाई थी। अब
वे रेखा काे बाणगंगा के मानसिक चिकित्सालय में भर्ती करेंगे। इसके पहले
भी रेखा का इलाज चल रहा था। रेखा काे उनके भाई काे साैंपते समय टीअाई
हेमचंद्र लाड़िया, एसअाई रमाकांत उपाध्याय, केशव सिंह राजपूत, चंद्रभान
साेलंकी, सांझ की राेटी टीम के लाेकेंद्र वर्मा लल्ला, संजय भावसार,
िववेक शर्मा, रेखा परमार अादि माैजूद थे।
शादी टूटने से खाे दिया मानसिक संतुलन
रेखा एमए पास है अाैर कुछ समय पहले तक स्कूल में पढ़ाती थी। वे इस हालत
में कैसे पहुंचीं, उन्हींके भाई अनिल यादव के शब्दाें में-
मैं रतलाम मंडी में तुलावटी हूं। रेखा मेरी बड़ी बहन है अाैर उनकी उम्र
43 वर्ष है। सन 1993 में उनकी शादी टूट गई थी। इसके बाद से वे डिप्रेशन
में अा गई थीं। हाेते-हाेते स्थिति यह हाे गई कि 2007 में उन्हाेंने
मानसिक संतुलन खाे दिया। इसके बाद भी वे हमारे साथ ही थीं। रतलाम में
राेज दिन में घूमती रहती थीं अाैर शाम काे घर अा जाती थीं। लेकिन 7 फरवरी
2019 काे लाैटकर नहीं अाईं। ढूंढा ताे लाेगाें ने बताया कि गुजरात की
अाेर जाने वाली ट्रेन में चढ़ते हुए देखा था। तब से मैं उन्हें गुजरात,
मुंबई समेत कई जगहाें पर ढूंढता रहा हूं। पिछले दिनाें नरसिंहगढ़ पुलिस
ने हमारे यहां की पुलिस काे बताया कि रेखा नरसिंहगढ़ में हैं। तब जाकर
मुझे मेरी बहन का पता मिला।
Body:एेसे मिला रेखा का पता
इसी वर्ष दीपावली के 1 दिन पहले 26 अक्टूबर काे रूप चाैदस काे सांझ की
राेटी टीम के सदस्याें ने रेखा काे नहलाधुलाकर साफ कपड़े पहनाए थे। उसी
दाैरान टीम की सदस्य रेखा परमार ने रेखा यादव से निजी जीवन के बारे में
कुरेद-कुरेदकर पूछा ताे जानकारी मिली कि वह रतलाम की है। टीम के ही दूसरे
सदस्य एसअाई रमाकांत उपाध्याय ने इसी अाधार पर रतलाम में अपने सूत्राें
से पूछताछ़ शुरू की। पूरा अभियान टीअाई हेमचंद्र लाड़िया के निर्देशन में
चला। रेखा यादव की विदाई पर सांझ की राेटी के लाेकेंद्र लल्ला समेत सभी
सदस्याें ने उपहार, मिठाइयां दीं अाैर भावुक माहाैल में रेखा यादव काे
विदा किया।
Conclusion:बाईट - अनिल यादव भाई रतलाम
बाईट - रेखा
बाईट - रमाकांत उपाध्याय विवेचक पुलिस नरसिंहगढ़
बाईट - लोकेंद्र वर्मा सांझ रोटी नरसिंहगढ़
Last Updated : Nov 20, 2019, 12:42 PM IST
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