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राजगढ़ में सजेगा धीरेन्द्र शास्त्री का दिव्य दरबार, कलश यात्रा के लिए साड़ियां गुजरात से मंगवाईं, होटल के कमरे रेनोवेट

बागेश्वर धाम के संत पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का 26 जून से 28 जून तक राजगढ़ में दरबार लगेगा. तीन दिवसीय कथा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. धीरेन्द्र शास्त्री के ठहरने के लिए होटल के कमरे रेनोवेट किए जा रहे हैं. साथ ही कलश यात्रा के लिए गुजरात से 30 हजार साड़ियां मंगवाई गई हैं.

Dhirendra Shastri darbar in Rajgarh
राजगढ़ में धीरेन्द्र शास्त्री का दरबार
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Published : Jun 24, 2023, 12:07 PM IST

राजगढ़। बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री एकांतवास के बाद राजगढ़ में तीन दिन की कथा करने जा रहे हैं. राजगढ़ के खिलचीपुर में 26 जून से 28 जून तक धीरेन्द्र शास्त्री की कथा का आयोजन होगा. जिसमें 27 जून को दिव्य दरबार भी लगाया जाएगा. धीरेन्द्र शास्त्री की इस कथा की शुरुआत शोभायात्रा से होगी. आयोजन को भव्य स्वरुप देने की तैयारी भी जोर शोर से की हा रही हैं. कलश यात्रा में जो महिलाएं शामिल होंगी उनके लिए गुजरात से 30 हजार साड़ियां बुलवाई गई हैं. जिस होटल में धीरेन्द्र शास्त्री को ठहरना है वहां होटल के कमरे तोड़कर कमरों को नए ढंग से रिनोवेट किया गया है.

Pandit Dhirendra Shastri
तीन लाख लोगों के लिए है व्यवस्था

तीन लाख लोगों के लिए व्यवस्था: मंदसौर में हुई कथा के बाद अज्ञातवास में चले गए बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री का अज्ञातवास अब खत्म हो चुका है. राजगढ़ के खिलचीपुर में अज्ञातवास से लौटने के बाद वह पहली कथा करेंगे. बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री 26 जून को शाम 4 बजे कथास्थल पर पहुंचेंगे. कथास्थल खिलचीपुर के स्टेडियम ग्राउंड में बनाया गया है. ग्राउंड में तीन लाख लोगों के लिए कथा सुनने की व्यवस्था की गई है. डेढ़ लाख स्क्वायर फीट के टेंट में बैठकर श्रद्धालु कथा सुन सकेंगे.

Dhirendra Shastri Katha in Rajgarh
कथास्थल पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई

लगे एक हजार नल, 500 टॉयलेट तैयार: कथास्थल पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था भी की जा रही है. हर दिन 30 से 40 हजार श्रद्धालु एक साथ भोजन कर सकेंगे. श्रद्धालुओं के लिए पांडाल के बाहर 1 हजार नल भी लगाए गए हैं. पीने के पानी की व्यवस्था को पाइप लाइन बिछाकर तैयार किया गया है. वहीं, 500 मोबाइल टॉयलेट्स भी रखे गए हैं. कथास्थल पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के लिए ग्वालियर और भोपाल संभाग से हजारों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर भीड़ को कंट्रोल करने तैनात रहेंगे.

धीरेन्द्र शास्त्री के ठहरने के लिए कमरे रेनोवेट: कथास्थल के ठीक सामने जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री के ठहरने की व्यवस्था की गई है, उस पैलेस के कमरों को भी रेनोवेट किया गया है. इस पैलेस में 2 बड़े कक्ष बनाये गए हैं. एक कक्ष में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के ठहरने की व्यवस्था की है. वहीं, दूसरा कक्ष दर्शनार्थियों से मुलाकात के लिए रखा गया है. कथा का आयोजन राजगढ़ के पूर्व विधायक पंडित हरिचरण तिवारी द्वारा कराया जा रहा है.

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कलश यात्रा के लिए गुजरात से आई साड़ियां: कथा के पहले भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी. 25 जून को इस कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा. आयोजकों ने बताया कि कलश यात्रा में शामिल होने वाली 30 हजार महिलाओं के लिए गुजरात से साड़ियां मंगवाई गई हैं. सभी महिलाएं एक सी साड़ियों में कलश यात्रा में शामिल होंगी. कथा के प्रचार के लिए बड़े बड़े पोस्टर बैनर पूरे राजगढ़ जिले में लगाये गए हैं.

राजगढ़। बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री एकांतवास के बाद राजगढ़ में तीन दिन की कथा करने जा रहे हैं. राजगढ़ के खिलचीपुर में 26 जून से 28 जून तक धीरेन्द्र शास्त्री की कथा का आयोजन होगा. जिसमें 27 जून को दिव्य दरबार भी लगाया जाएगा. धीरेन्द्र शास्त्री की इस कथा की शुरुआत शोभायात्रा से होगी. आयोजन को भव्य स्वरुप देने की तैयारी भी जोर शोर से की हा रही हैं. कलश यात्रा में जो महिलाएं शामिल होंगी उनके लिए गुजरात से 30 हजार साड़ियां बुलवाई गई हैं. जिस होटल में धीरेन्द्र शास्त्री को ठहरना है वहां होटल के कमरे तोड़कर कमरों को नए ढंग से रिनोवेट किया गया है.

Pandit Dhirendra Shastri
तीन लाख लोगों के लिए है व्यवस्था

तीन लाख लोगों के लिए व्यवस्था: मंदसौर में हुई कथा के बाद अज्ञातवास में चले गए बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री का अज्ञातवास अब खत्म हो चुका है. राजगढ़ के खिलचीपुर में अज्ञातवास से लौटने के बाद वह पहली कथा करेंगे. बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री 26 जून को शाम 4 बजे कथास्थल पर पहुंचेंगे. कथास्थल खिलचीपुर के स्टेडियम ग्राउंड में बनाया गया है. ग्राउंड में तीन लाख लोगों के लिए कथा सुनने की व्यवस्था की गई है. डेढ़ लाख स्क्वायर फीट के टेंट में बैठकर श्रद्धालु कथा सुन सकेंगे.

Dhirendra Shastri Katha in Rajgarh
कथास्थल पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई

लगे एक हजार नल, 500 टॉयलेट तैयार: कथास्थल पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था भी की जा रही है. हर दिन 30 से 40 हजार श्रद्धालु एक साथ भोजन कर सकेंगे. श्रद्धालुओं के लिए पांडाल के बाहर 1 हजार नल भी लगाए गए हैं. पीने के पानी की व्यवस्था को पाइप लाइन बिछाकर तैयार किया गया है. वहीं, 500 मोबाइल टॉयलेट्स भी रखे गए हैं. कथास्थल पर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के लिए ग्वालियर और भोपाल संभाग से हजारों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर भीड़ को कंट्रोल करने तैनात रहेंगे.

धीरेन्द्र शास्त्री के ठहरने के लिए कमरे रेनोवेट: कथास्थल के ठीक सामने जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री के ठहरने की व्यवस्था की गई है, उस पैलेस के कमरों को भी रेनोवेट किया गया है. इस पैलेस में 2 बड़े कक्ष बनाये गए हैं. एक कक्ष में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के ठहरने की व्यवस्था की है. वहीं, दूसरा कक्ष दर्शनार्थियों से मुलाकात के लिए रखा गया है. कथा का आयोजन राजगढ़ के पूर्व विधायक पंडित हरिचरण तिवारी द्वारा कराया जा रहा है.

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कलश यात्रा के लिए गुजरात से आई साड़ियां: कथा के पहले भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी. 25 जून को इस कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा. आयोजकों ने बताया कि कलश यात्रा में शामिल होने वाली 30 हजार महिलाओं के लिए गुजरात से साड़ियां मंगवाई गई हैं. सभी महिलाएं एक सी साड़ियों में कलश यात्रा में शामिल होंगी. कथा के प्रचार के लिए बड़े बड़े पोस्टर बैनर पूरे राजगढ़ जिले में लगाये गए हैं.

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