राजगढ़। पूरे मध्यप्रदेश में मध्यप्रदेश 64 वां स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. कई जगह अलग-अलग विभागों ने लोगों को सम्मानित किया. वहीं राजगढ़ में भी मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस मनाया गया, लेकिन यहां खेल विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. समारोह में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को सम्मान के लिए बुलाया गया था, लेकिन खेल विभाग की लापरवाही की वजह से खिलाड़ियों को सम्मान नहीं मिल पाया.
दूरदराज इलाकों से आए इन खिलाड़ियों को खाली हाथ और मायूस चेहरों के साथ अपने घर वापस लौटना पड़ा. वहीं इस बारे में जब नेशनल प्लेयर के साथ आए उनके कोच राम भील से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि उनको आज मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर खेल विभाग के द्वारा फोन आया था कि उनको अपने नेशनल प्लेयर्स के साथ राजगढ़ आना है,राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तरीय खिलाड़ियों का सम्मान किया जा रहा है. जिसके चलते वे अपने खिलाड़ियों को लेकर आए, जो समय खेल विभाग ने दिया था उस समय के अनुसार वहन स्टेडियम ग्राउंड पर पहुंच गए, लेकिन तब तक वहां समारोह समाप्त हो चुका था.
कोच राम भील ने बताया कि उनके साथ आये खिलाड़ी दूरदराज इलाकों से आए हैं, जिसमें उनका काफी समय और पैसा खर्च हुआ है. खिलाड़ियों के साथ इस तरह का व्यवहार होना उनके लिए काफी निराशाजनक हो सकता है और यह उनका हौसले भी तोड़ सकता है. नेशनल प्लेयर भावना यादव ने बताया कि उनके कोच का उनके पास फोन आया था कि उनका सम्मान किया जाना है और वह यहां पर बड़े ही उत्साह पूर्वक आए थे. लेकिन यहां पर जब वे आए, तब ना उनका सम्मान हुआ और ना ही उनके सर्टिफिकेट ही मिले.