राजगढ़। सरकारों के तमाम दावे के बाद भी बेरोजगारी का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. गांव में नहीं बल्कि शहरों में भी नजर आती है बेरोजगारी. हर चुनाव के समय जो भी प्रत्याशी आता है वो वादा करता है कि हर हाथ को काम दूंगा. लेकिन आज भी नरसिंहगढ़ के लोगों का हाथ रोजगार से खाली है.
बेरोजगारी के आलम का उदाहरण नरसिंहगढ़ में भी देखने को मिलता है. जब सोयाबीन, गेहूं और चने की फसल की कटाई का समय आता है. तब मजदूरों का यहां मेला लगता है. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र एवं दूरदराज क्षेत्र के ठेकेदार आकर मजदूरों की बोली लगाते हैं.
महिलाओं और बच्चों की लगती है बोली
फसलों की कटाई के समय बाहर के ठेकेदार मजदूरों की बोली लगाकर ले जाते हैं. इसमें सिर्फ पुरूषों की ही बोली नहीं लगती है बल्कि, महिला और बच्चे भी मजदूरी करने के लिए मजबूर हैं. जिसके चलते क्षेत्र के लोग काम धंधे के लिए गुजरात और राजस्थान की ओर पलायन करते हैं.
सरकार से रोजगार की है आस
लोगों का कहना है कि सरकार और प्रशासन को नरसिंहगढ़ के लोगों के लिए फैक्ट्री या उद्योग खुलवाने का प्रयास करें, जिससे बेरोजगारी दूर हो और यहां से लोग पलायन ना करें.