राजगढ़। ईटीवी भारत की खबर के असर के चलते जिले के समस्त ब्लॉकों ने किराया निर्धारित करते हुए अपनी रिपोर्ट जिला स्तर पर भेज दी है. वहीं सभी आंगनवाड़ी जो किराए के मकान में संचालित हो रही है. उनको अक्टूबर से निर्धारित किराया मिलना शुरू हो जाएगा.
यह था मामला
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में जहां कई आंगनबाड़ी किराए के मकान में संचालित हो रही है. उनमें ही बच्चों को भरण पोषण और अनेक वस्तुओं के साथ आंगनबाड़ी में संचालित होने वाले आनेक कार्यक्रम किए जा रहे हैं. लेकिन जिले में अनेक ऐसी आंगनवाड़ी हैं. जहां जिला मुख्यालय से आंगनबाड़ियों के लिए एक उपयुक्त किराया निर्धारित किया गया था लेकिन जिले की 6 ब्लॉक में परियोजना अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आंगनवाड़ियों को जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित किराया भुगतान नहीं मिल पा रहा है.
जिला प्रशासन ने आंगनबाड़ियों को दो हिस्सों में विभाजित किया गया था, जिसके अनुसार शहर के अंतर्गत आने वाली आंगनबाड़ियों को 750 से लेकर 3000 तक का किराया भुगतान किया जाना था, वहीं गांव के अंतर्गत आने वाली आंगनबाड़ियों में 200 से लेकर750 तक का किराया भुगतान किया जाना था.
इस बारे में जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रसेना भिड़े ने बताया कि इस मामले में जब बात की गई थी तब 6 परियोजना अधिकारियों द्वारा किराया निर्धारित नहीं किया गया था. जिसके बाद संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया था वही उनके द्वारा कमेटियों की मदद से किराया निर्धारित किया जा चुका है और समस्त कार्य जिला स्तर पर भेज दिया गया है. जिसके बाद किराया में संचालित हो रही आंगनबाड़ियों को अक्टूबर से निर्धारित किराया दिया जाएगा.