राजगढ़ । मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद में कांग्रेसियों ने एक विशाल रैली का आयोजन किया. रैली में ब्यावरा विधायक गोवर्धन दांगी और नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह भी शामिल हुए. इस कार्यक्रम में मंत्री जयवर्धन सिंह ने 16 दिसंबर को पूरे प्रदेश में विजय दिवस के रूप में मनाने की बात कही. रैली के समापन में महात्मा गांधी के प्रिय भजनों को भी गाया गया.
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर में कांग्रेस नेताओं द्वारा आज पीपल चौराहे से मुल्तानपुरा तक महात्मा गांधी के 150वें वर्ष के उपलक्ष्य में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया. रैली में गांधीजी द्वारा किए गए कार्यों तथा उनके विचारों को शहरवासियों तक पहुंचाने की कोशिश की गई.
मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने किया रैली को संबोधित
रैली को संबोधित करते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा- इस देश में गोडसे की विचारधारा रखने वालों के लिए कोई जगह नहीं है. महात्मा गांधी की विचारधारा ने अंग्रेजों को देश से भगाया था. उनके कारण ही हमारा देश आजाद हुआ. पूरे विश्व में हिंदुस्तान ही एक ऐसा देश है, जिन्होंने हथियारों से नहीं, अहिंसा से आजादी पाई है. उन्होंने भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर किसी प्रकार की टिप्पणी करने से इंकार करते हुए कहा- वे स्वतंत्र हैं, कहीं भी जा सकती हैं. प्रज्ञा ठाकुर द्वारा कमला नगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाने के संबंध में कहा- गोवर्धन दांगी काफी सज्जन तथा सरल व्यक्ति हैं, नर्मदाभक्त हैं, फिर एफआईआर किस बात की? शिवराज सिंह चौहान के बारे में उन्होंने कहा- उन्हें कौन डरा रहा है? इंदिरा गांधी देश की पूर्व प्रधानमंत्री हैं, उनके ही नेतृत्व में हमने 1971 का युद्ध जीता था और पाकिस्तान के दो हिस्से किए थे. उसी की याद में 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
विधायक गोवर्धन दांगी ने गांधीवादी विचारों को अपनाने की बात कही
ब्यावरा विधायक गोवर्धन दांगी ने कहा- हमने पूरे साल को को गांधीजी की 150वीं वर्षगांठ के रूप में मनाने का संकल्प लिया है. वहीं उन्होंने भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने गांधी जी पर जो निंदनीय टिप्पणी की है, उससे मुझे काफी वेदना हुई है. मैं त्रेता युग में राम को द्वापर युग में कृष्ण को और कलयुग में महात्मा गांधी को भगवान के रूप में मानता हूं . प्रज्ञा ठाकुर के ब्यावरा आने को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे शहर में उनका स्वागत है, हम तो अतिथि देवो भव की परंपरा वाले हैं. उनका आना कोई चुनौती नहीं थी. ये उनका मसला है, वे आए, चाहे नहीं आए. हम गांधीवादी विचारधारा वाले हैं. गलती होती है तो स्वीकार भी करते हैं. यदि रामराज्य लाना हो तो आपलोग भी गांधीजी के विचारों को तन-मन-धन से अपनाइए.