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राजगढ़ में जलजला! श्मशान घाट से मंदिर तक सब डूबे, 'समंदर' बन गए कई इलाके

प्रदेश में रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण राजगढ़ में भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. यहां लगातार चार दिनों से हो रही बारिश के बाद से जिले के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. वहीं, ऐसे ही कुछ तस्वीरें राजगढ़ जिले में सामने आ रही हैं, जिसमें श्मशान घाट से लेकर मंदिर तक सभी जगह बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं.

flood in rajgarh
राजगढ़ में बाढ़ जैसे हालात
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Published : Aug 7, 2021, 7:34 AM IST

Updated : Aug 7, 2021, 9:19 AM IST

राजगढ़। प्रदेश में इस समय मानसून अपना कहर बरपा रहा है और प्रदेश के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. वहीं, जिला भी इससे अछूता नहीं है और लगातार चार दिनों से हो रही बारिश के बाद जिले के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. वहीं, ऐसे ही कुछ तस्वीरें राजगढ़ जिले में सामने आ रही हैं, जिसमें श्मशान घाट से लेकर मंदिर तक सभी जगह बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं.

राजगढ़ में बाढ़ जैसे हालात
श्मशान घाट हुआ जलमग्न
जिले की जीरापुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मुख्य श्मशान में इस समय पानी भरा हुआ है. हालात ये हैं कि, अगर किसी शव का अंतिम संस्कार करना हो तो जलाने के लिए भी जगह नहीं बची है.

मंदिर में पहुंचा पानी
जिले के डैम अब लबालब भर चुके हैं मोहनपुरा और कुंडालिया डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जीरापुर क्षेत्र का छापी डेम इस समय अपने उफान पर है और उससे भी लगातार बह रहा पानी कई गांव के लिए खतरा साबित होता जा रहा है. छापी नदी पर ही स्थित बांगपुरा गांव के प्रसिद्ध शिव मंदिर छापिश्वेर भी जलमग्न हो चुका है. छापी नदी के कारण कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति भी निर्मित हो चुकी है.

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जिले में अब तक 733.00 मिमा औसत वर्षा दर्ज
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान 1 जून से 06 अगस्त तक जिले में 733.00 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है. जीरापुर में 897.00 मिलीमीटर, खिलचीपुर में 562.07, राजगढ़ में 607.02, ब्यावरा में 827.08, नरसिंहगढ़ में 733.09, सारंगपुर में 829.00 और तहसील पचोर में 697.03 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है, वहीं बीते 24 घंटे में 74 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है.

राजगढ़। प्रदेश में इस समय मानसून अपना कहर बरपा रहा है और प्रदेश के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. वहीं, जिला भी इससे अछूता नहीं है और लगातार चार दिनों से हो रही बारिश के बाद जिले के कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. वहीं, ऐसे ही कुछ तस्वीरें राजगढ़ जिले में सामने आ रही हैं, जिसमें श्मशान घाट से लेकर मंदिर तक सभी जगह बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं.

राजगढ़ में बाढ़ जैसे हालात
श्मशान घाट हुआ जलमग्न
जिले की जीरापुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मुख्य श्मशान में इस समय पानी भरा हुआ है. हालात ये हैं कि, अगर किसी शव का अंतिम संस्कार करना हो तो जलाने के लिए भी जगह नहीं बची है.

मंदिर में पहुंचा पानी
जिले के डैम अब लबालब भर चुके हैं मोहनपुरा और कुंडालिया डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जीरापुर क्षेत्र का छापी डेम इस समय अपने उफान पर है और उससे भी लगातार बह रहा पानी कई गांव के लिए खतरा साबित होता जा रहा है. छापी नदी पर ही स्थित बांगपुरा गांव के प्रसिद्ध शिव मंदिर छापिश्वेर भी जलमग्न हो चुका है. छापी नदी के कारण कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति भी निर्मित हो चुकी है.

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जिले में अब तक 733.00 मिमा औसत वर्षा दर्ज
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान 1 जून से 06 अगस्त तक जिले में 733.00 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है. जीरापुर में 897.00 मिलीमीटर, खिलचीपुर में 562.07, राजगढ़ में 607.02, ब्यावरा में 827.08, नरसिंहगढ़ में 733.09, सारंगपुर में 829.00 और तहसील पचोर में 697.03 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है, वहीं बीते 24 घंटे में 74 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है.

Last Updated : Aug 7, 2021, 9:19 AM IST
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