राजगढ़। प्रदेश में कुपोषण के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला राजगढ़ के जिला अस्पताल का बताया जा रहा है. अस्पताल में एक तीन माह की कुपोषित बच्ची को इलाज के लिए लाया गया है. बच्ची का पेट कुपोषण के चलते दब गया है.
कलेक्टर निधि निवेदिता ने बताया कि वह बच्ची उस महिला का दूसरा बच्चा है. वहीं जब पहला बच्चा पैदा हुआ था तब महिला का वेट तकरीबन 45 किलो था जो जन्म देते समय होने वाले वजन से कम था जिस कारण पहला बच्चा भी जन्म के समय ढाई किलो का ही था वहीं इस महिला ने सिर्फ 11 माह के अंतराल में ही दूसरे बच्चे को जन्म दिया और इस बच्चे के जन्म के समय महिला का वजन घटकर 42 किलो हो गया जो जन्म देते समय होने वाले वजन से काफी कम था. वही इस बच्ची का जन्म के समय वजन सिर्फ 1.5 किलो था जो काफी कम है. इस बच्चे के जन्म के बाद महिला द्वारा बच्चे को मां का दूध नहीं पिलाया गया और बच्ची को ऊपरी दूध दिया गया.
कलेक्टर ने कहा कि महिला और बाल विकास द्वारा पीड़िता की काउंसिलिंग की गई थी इस दौरान बच्चे को दो बार एनआरसी में भर्ती किया गया था परंतु फैमिली द्वारा रेसिस्टेंस किया गया, जिसके वजह से बच्ची का कुपोषण का इलाज दोनों बार पूर्ण नहीं हो पाया था,
उन्होंने बताया कि बच्चे को जल्द से जल्द स्वस्थ करने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं और बच्ची को भोपाल एम्स में रेफर कर दिया गया है ताकि बच्ची जल्द से जल्द स्वस्थ्य हो सके.