राजगढ़। आयुष विभाग बारिश के दिनों में परेशानियों से जूझ रहा है, अभी तक जिले में 650 मिमी से अधिक वर्षा हो चुकी है और आने वाले दिनों में भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. विभाग की रियासत कालीन बिल्डिंग काफी जर्जर हो चुकी है और उसमें छत से लगातार पानी टपक रहा है, जिससे यहां रखी दवाइयों के खराब होने का डर बना हुआ है.
आयुष विभाग मायूस! जर्जर बिल्डिंग में पॉलिथीन के भरोसे रखीं दवाइयां
राजगढ़ में आयुष विभाग की बिल्डिंग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है. बारिश में छत से पानी टपक रहा है, जिससे जरूरी कागजात और दवाइयों के खराब होने का डर बना हुआ है.
आयुष विभाग की बिल्डिंग पूरी तरह क्षतिग्रस्त
राजगढ़। आयुष विभाग बारिश के दिनों में परेशानियों से जूझ रहा है, अभी तक जिले में 650 मिमी से अधिक वर्षा हो चुकी है और आने वाले दिनों में भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. विभाग की रियासत कालीन बिल्डिंग काफी जर्जर हो चुकी है और उसमें छत से लगातार पानी टपक रहा है, जिससे यहां रखी दवाइयों के खराब होने का डर बना हुआ है.
जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर ज्योति पांचाल ने बताया कि हमारे विभाग की बिल्डिंग पुरानी है, जिसकी वजह से यहां पर बारिश में पानी रिस रहा है. जगह कम होने के चलते सामान को व्यवस्थित करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने बताया कि विभाग की नई बिल्डिंग 2 से 3 माह में बनकर तैयार हो जाएगी. पीआईयू से भी बिल्डिंग जल्द तैयार करने की गुजारिश की जा रही है, ताकि जल्द से जल्द विभाग का दफ्तर शिफ्ट हो सके. डॉक्टर ज्योति ने कहा कि दवाइयां और अन्य जरूरी सामग्री को बचाने के लिए प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है.
जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर ज्योति पांचाल ने बताया कि हमारे विभाग की बिल्डिंग पुरानी है, जिसकी वजह से यहां पर बारिश में पानी रिस रहा है. जगह कम होने के चलते सामान को व्यवस्थित करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने बताया कि विभाग की नई बिल्डिंग 2 से 3 माह में बनकर तैयार हो जाएगी. पीआईयू से भी बिल्डिंग जल्द तैयार करने की गुजारिश की जा रही है, ताकि जल्द से जल्द विभाग का दफ्तर शिफ्ट हो सके. डॉक्टर ज्योति ने कहा कि दवाइयां और अन्य जरूरी सामग्री को बचाने के लिए प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है.
Intro:राजगढ़ जिले का आयुष विभाग कर रहा है इस समय अनेक परेशानियों का सामना, बिल्डिंग हो चुकी है पूरी तरह क्षतिग्रस्त,बारिश में गिर रहा है छत से लगातार पानी,बारिश में प्लास्टिक से दवाइयों और अन्य महत्वपूर्ण कागज को बचाने को मजबूर विभाग
Body:मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले का आयुष विभाग इस समय जूझ रहा है अनेक परेशानियों से, जहां पूरे मध्यप्रदेश में बारिश का लगातार दौर जारी है और जिले में अभी अभी बारिश लगातार चल रही है जहां अभी तक जिले में 650mm से अधिक वर्षा हो चुकी है और आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है, वहीं जिले के आयुष विभाग में रियासत कालीन की बिल्डिंग होने की वजह से वह काफी जर्जर हो चुकी है और उसमें छत से लगातार पानी रिस रहा है, वहीं जर्जर होने के कारण छत का प्लास्टर भी गिरने लगा है ,बारिश के पानी के कारण वहां पर रखी दवाइयां और महत्वपूर्ण कागजों का गीले होने का डर लगातार बना रहता है ,वहीं इसको पानी से बचाने के लिए वहां पर मौजूद कर्मचारियों ने दवाइयों और जरूरी कागजों को प्लास्टिक से ढक रखा है, परंतु बारिश के इस मौसम में प्लास्टिक क्या उन महत्वपूर्ण दवाइयां और कागजों की सुरक्षा कर पाएगा यह एक बड़ा सवाल सामने आता है,
Conclusion:वहीं जब इस बारे में जिला आयुष अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे विभाग की बिल्डिंग पुरानी है जिसके वजह से यहां पर बारिश में पानी रिस रहा है वही हम डिपार्टमेंट में जगह कम है जिसके वजह से सामान को व्यवस्थित करने में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं उन्होंने बताया कि हमारी बिल्डिंग 2 से 3 महीने के अंतराल में तैयार हो जाएंगी और हम पीआईयू से दरखास्त करेंगे कि हमारी बिल्डिंग जल्द से जल्द तैयार करवा दी जाए ,जिससे हम उसमें जल्द से जल्द शिफ्ट हो सके ,वहीं उन्होंने बताया कि दवाइयां और अन्य जरूरी सामग्री को बचाने के लिए हम जहां पर पानी नहीं आ रहा है वहां पर रख रहे हैं और कुछ दवाइयों को प्लास्टिक से ढका गया है।
विसुअल
जर्जर भवन
बाइट
डॉ ज्योति पांचाल जिला आयुष अधिकारी
Body:मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले का आयुष विभाग इस समय जूझ रहा है अनेक परेशानियों से, जहां पूरे मध्यप्रदेश में बारिश का लगातार दौर जारी है और जिले में अभी अभी बारिश लगातार चल रही है जहां अभी तक जिले में 650mm से अधिक वर्षा हो चुकी है और आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है, वहीं जिले के आयुष विभाग में रियासत कालीन की बिल्डिंग होने की वजह से वह काफी जर्जर हो चुकी है और उसमें छत से लगातार पानी रिस रहा है, वहीं जर्जर होने के कारण छत का प्लास्टर भी गिरने लगा है ,बारिश के पानी के कारण वहां पर रखी दवाइयां और महत्वपूर्ण कागजों का गीले होने का डर लगातार बना रहता है ,वहीं इसको पानी से बचाने के लिए वहां पर मौजूद कर्मचारियों ने दवाइयों और जरूरी कागजों को प्लास्टिक से ढक रखा है, परंतु बारिश के इस मौसम में प्लास्टिक क्या उन महत्वपूर्ण दवाइयां और कागजों की सुरक्षा कर पाएगा यह एक बड़ा सवाल सामने आता है,
Conclusion:वहीं जब इस बारे में जिला आयुष अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे विभाग की बिल्डिंग पुरानी है जिसके वजह से यहां पर बारिश में पानी रिस रहा है वही हम डिपार्टमेंट में जगह कम है जिसके वजह से सामान को व्यवस्थित करने में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं उन्होंने बताया कि हमारी बिल्डिंग 2 से 3 महीने के अंतराल में तैयार हो जाएंगी और हम पीआईयू से दरखास्त करेंगे कि हमारी बिल्डिंग जल्द से जल्द तैयार करवा दी जाए ,जिससे हम उसमें जल्द से जल्द शिफ्ट हो सके ,वहीं उन्होंने बताया कि दवाइयां और अन्य जरूरी सामग्री को बचाने के लिए हम जहां पर पानी नहीं आ रहा है वहां पर रख रहे हैं और कुछ दवाइयों को प्लास्टिक से ढका गया है।
विसुअल
जर्जर भवन
बाइट
डॉ ज्योति पांचाल जिला आयुष अधिकारी