रायसेन। पूर्व PWD मंत्री और वर्तमान विधायक रामपाल सिंह के क्षेत्र की सिलवानी नगर परिषद में आमापानी टोला के बीमार लोगों को या प्रसूता महिलाओं को करीब एक किलोमीटर तक खाट पर लिटाकर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या निजी हॉस्पिटल ले जाना पड़ता है. क्योंकि अस्पताल तक जाने वाली सड़क पर तीन फीट तक गड्ढे हो जाते हैं जिनमें बारिश के दौरान कीचड़ हो जाता है. जिससे रहवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई बार मांग करने के बावजूद भी प्रशासन के द्वारा यहां सड़क का निर्माण नहीं कराया गया.
सिलवानी नगर परिषद के आमापानी टोला के रहवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं, नगर के वार्ड क्रमांक एक से आमापानी टोला तक पहुंचने के लिए पुराने जेल भवन के पीछे से रास्ता जाता है, यहां से करीब एक किलोमीटर का रास्ता है जो की पूर्णता कच्चा है और इस एक किलोमीटर के रास्ते में एक नदी भी पड़ती है. आमापानी टोला रहवासियों को तहसील मुख्यालय तक आने के लिए खासी परेशानी उठानी पड़ती है.
सड़क पर बन चुके दलदल के कारण हालात ये है कि ट्रैक्टर तक आसानी से आमापानी टोला तक नहीं पहुंच पाता है, वहीं कोई रहवासी बीमार हो जाए तो वहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं मोहिया नहीं हो पाती हैं ना तो डॉक्टर और न ही अस्पताल की एंबुलेंस पहुंच पाती है और ना ही परेशानी के बीच परिजन मरीज को अस्पताल तक ला पाते हैं.
यहां रहने वाले लोग गंभीर रूप से बीमार मरीज को खाट पर इलाज के लिए ले जाते हैं. यहां तक कि प्रसूता महिलाओं को भी खाट पर ही अस्पताल ले जाना पड़ता है. वहीं ग्रामीणों ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से सड़क निर्माण की मांग कई बार करने के बाद आश्वासन तो खूब मिले लेकिन सड़क निर्माण की सौगात नहीं मिल सकी. पक्की सड़क ना होने और कच्ची सड़क पर दलदल होने से बच्चे भी तहसील मुख्यालय के स्कूल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.