रायसेन। कमलनाथ सरकार आए दिन माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर प्रदेश में गुंडा राज का खात्मा करने के लिए दिनों दिन प्रयास कर रही है. वहीं वन मंडल औबेदुल्लागंज के अंतर्गत आने वाले सुल्तानपुर के चिलवाह रेंज में कई सालों से रेंज में पदस्थ कर्मचारी, अधिकारियों की मिली भगत से वन माफिया सक्रिय है.
सरकार जहां माफियों को मिटाने के लिए काम कर रही है . वहीं चिलवाह रेंज के रेंजर नाकेदार माफियो को संरक्षण दे रहे हैं और सागौन की बेश कीमती लकड़ी को कटवाकर जंगलों को वीरान कर रहे हैं. चिलवाहा रेंज के अधीन आने वाला ग्राम किंनंगी, खमरिया, भुसिबेटा, और चिलवाह गांव के हरे भरे जंगल को कटवाकर कृषि भूमि में बदल दिया है.
वन भूमि पर अतिक्रमण और वृक्षों की कटाई के मामले में वन मंडल में चिलवाह रेंज को पहला नंबर मिला है. किंनगी वीट गांव में वन विभाग द्वारा करोड़ों रूपये खर्च कर बनाई गई नर्सरी में ग्रामीणों ने कब्जा कर कृषि भूमि बना ली है पर विभागीय अधिकारी मूकदर्शक बनकर बैठे हैं.
वहीं शुक्रवार रात 11 नग सागौन की लकड़ी की तस्करी की जा रही थी जब इसकी सूचनी रेंजर को दी गई तो रेंजर ने आरोपी को गिरफ्तार करने के आदेश दिए, लेकिन रेंजर के निर्देश के बाद भी न तो आरोपी को पकड़ा नहीं वो लकड़ी जब्त की गई है. वहीं वन विभाग एसडीओ का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं जैसे ही उन्हें इसी सूचना मिले इस पर कार्रवाई की जाएगी.