रायसेन। आपने जवानों को देश की सीमा पर तैनात होते तो कई बार देखा होगा, जहां वे दिन-रात, धूप-बारिश और ठंड में देश की रक्षा करते हैं. इसके अलावा वे प्राकृतिक आपदाओं से लड़कर भी अपनी ड्यूटी निभाते हैं, लेकिन आपने सुरक्षाकर्मियों को किसी पेड़ की सुरक्षा करते नहीं देखा होगा. रायसेन के विश्व प्रसिद्ध स्थान सांची में एक ऐसा पेड़ है, जिसकी सुरक्षा में चौबीसों घंटे सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं.
रायसेन जिले के विश्व प्रसिद्ध स्थान सांची में पीपल के एक पेड़ की पिछले 7 सालों से सुरक्षा की जा रही है. चिलचिलाती धूप हो या फिर कड़ाके की ठंड सुरक्षा गार्ड इसकी हर वक्त सुरक्षा करते हैं. इस भीषण गर्मी में तो दूर से पानी लाकर पीपल के पेड़ में पानी डाला जा रहा है. पीपल के इस पेड़ की सुरक्षा के लिए 1-4 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं.
निर्माणाधीन सांची बौद्ध यूनिवर्सिटी में पीपल के इस पेड़ को श्रीलंका के राष्ट्रपति ने लगाया था. इसके लिए सरकार को यह पेड़ सुरक्षाकर्मियों के हवाले करना पड़ा. रायसेन जिले में इन दिनों भीषण गर्मी के कहर से लोगों का बुरा हाल है. वहीं गर्मी के असर से कहीं ये वृक्ष मुरझाने न लगे, इसके लिए यहां सुरक्षाकर्मी दिन में दो बार पेड़ को पानी दे रहे हैं.
दरअसल सांची के पास प्रदेश सरकार के सहयोग से सांची यूनिवर्सिटी बनना है. इसके लिए यहां पर 12 सितंबर 2012 को श्रीलंका से लाया गया बोधि वृक्ष वहां के राष्ट्रपति ने लगाया था. यह वही पीपल के पेड़ का अंश है जिसके नीचे बैठकर भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था. इस लिहाज से ये बेहद खास है. इस पेड़ की सुरक्षा के लिए 24 घंटे यहां सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं. सुरक्षा में तैनात मिथिलेश शर्मा का कहना है कि वो आए थे जन सेवा के लिए, लेकिन उन्हें पिछले काफी समय से यहां तपती पहाड़ी पर तैनात किया गया है.