रायसेन। मध्य प्रदेश में आए दिन हो रहे हादसों से भी प्रशासन सबक लेने को तैयार नहीं है, जिसका ताजा उदाहरण सीधी जिले में हुआ बस हादसा है. वहीं इसे लेकर रायसेन की प्रशासन सुस्त रवैया अपना रही है. यहां रोड पर चलने वाली बसों पर अगर नजर डाली जाए, तो सारा मंजर समझ आ जायेगा. बसों में न ही सुरक्षा उपकरण मौजूद है और न ही यात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. इसके बाद भी यातायात विभाग इन पर सख्ती करने से बचता चला आ रहा है.
पूर्व में हुए बस हादसों से भी नहीं ली सीख
बता दें कि, आज से एक वर्ष पूर्व 3 अक्टूबर को दरगाह स्थित रीछन नदी के पुल से बस गिर गई थी. इस बड़े हादसे में जहां लगभग 16 लोगों की पानी में डूबने से मौत हो गई थी. घटना होने के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए थे. उस जांच का अभी तक पता नहीं चल सका है.
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इन बसों के संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन उनका धरातल पर पालन नहीं हो पा रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले की परिवहन व्यवस्था किसती लापरवाह है.
यहां पर जिन पुलों ओर रास्तों पर अधिकांश हादसे होते रहते है, वहां सुरक्षा रेलिंग और संकेतकों की कमी तो है ही. साथ ही मोड़ पर गहरे गड्ढे भी बने हुए है, जिससे आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होते रहते है.