रायसेन। जिले का खेल विभाग इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. खेल अधिकारी और अन्य स्टाफ ऑफिस में मौजूद ही नहीं रहते हैं. इसका ना तो अधिकारियों और ना ही प्रशासन के पास कोई जवाब है.
रायसेन: खेल विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ऑफिस से रहते हैं नदारद
रायसेन जिला खेल विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ऑफिस से नदारद नजर आते हैं. ऐसा ही नजारा पिछले पांच दिन से देखने को मिल रहा है, जब उपस्थिति रजिस्टर मांगा गया, तो उसमें किसी कर्मचारी के हस्ताक्षर भी नहीं मिले.
खेल विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ऑफिस से नदारद
रायसेन। जिले का खेल विभाग इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. खेल अधिकारी और अन्य स्टाफ ऑफिस में मौजूद ही नहीं रहते हैं. इसका ना तो अधिकारियों और ना ही प्रशासन के पास कोई जवाब है.
Intro:रायसेन-जिले का खेल विभाग इन दिनों बहुत सुर्खियों में हैं कारण है कि जिला खेल अधिकारी अरविंद इल्याजर सहित पूरा स्टाफ ही ऑफिस में मौजूद नहीं रहता है।
Body:रायसेन जिले का खेल विभाग इन दिनों सुर्खियों में है इस विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों प्रशासन प्रशासन का कोई जवाब नहीं है और यह अधिकारी और कर्मचारी अपनी मर्जी से ऑफिस आते हैं और चले जाते हैं ऐसा ही नजारा पिछले 5 दिन से देखने को मिल रहा है कि जब जिला खेल अधिकारी अरविंद इल्याजर सहित समस्त स्टाफ कार्यालय में मौजूद नहीं है ऑफिस में मौजूद भृत्य मूरत सिंह से पूछा गया कि ऑफिस में अभी कौन सा बाबू कर्मचारी अधिकारी मौजूद है तो वह भी जवाब नहीं दे पाए रायसेन जिले में जिला खेल विभाग के कारनामे किसी से छुपे नहीं है सांची खेल स्टेडियम की बात हो चाहे खेल गतिविधियों की। सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया जाता है वही खेल अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने अपना फोन नहीं उठाया वहीं दोपहर के बाद ऑफिस पहुंचे बाबू राकेश शिंदे से जब उपस्थिति रजिस्टर मांगा गया तो पहले तो रजिस्टर नहीं होने का कहने लगा और बाद में रजिस्टर निकालकर हस्ताक्षर करने की कोशिश करने लगा रजिस्टर देखने पर उसमें किसी कर्मचारी के हस्ताक्षर भी नहीं थे।
Byte-भृत्य मूरत सिंह।
Byte-उमाशंकर भार्गव कलेक्टर।
Conclusion:
Body:रायसेन जिले का खेल विभाग इन दिनों सुर्खियों में है इस विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों प्रशासन प्रशासन का कोई जवाब नहीं है और यह अधिकारी और कर्मचारी अपनी मर्जी से ऑफिस आते हैं और चले जाते हैं ऐसा ही नजारा पिछले 5 दिन से देखने को मिल रहा है कि जब जिला खेल अधिकारी अरविंद इल्याजर सहित समस्त स्टाफ कार्यालय में मौजूद नहीं है ऑफिस में मौजूद भृत्य मूरत सिंह से पूछा गया कि ऑफिस में अभी कौन सा बाबू कर्मचारी अधिकारी मौजूद है तो वह भी जवाब नहीं दे पाए रायसेन जिले में जिला खेल विभाग के कारनामे किसी से छुपे नहीं है सांची खेल स्टेडियम की बात हो चाहे खेल गतिविधियों की। सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया जाता है वही खेल अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने अपना फोन नहीं उठाया वहीं दोपहर के बाद ऑफिस पहुंचे बाबू राकेश शिंदे से जब उपस्थिति रजिस्टर मांगा गया तो पहले तो रजिस्टर नहीं होने का कहने लगा और बाद में रजिस्टर निकालकर हस्ताक्षर करने की कोशिश करने लगा रजिस्टर देखने पर उसमें किसी कर्मचारी के हस्ताक्षर भी नहीं थे।
Byte-भृत्य मूरत सिंह।
Byte-उमाशंकर भार्गव कलेक्टर।
Conclusion: