रायसेन: मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में टमाटर का खुदरा भाव बढ़ कर 160 रूपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है. रायसेन जिला मध्यप्रदेश का सबसे अधिक टमाटर उत्पादक जिला है. राज्य के बाकी हिस्सों में टमाटर की कीमत 120 रूपये से 150 रूपये प्रति किलोग्राम के बीच चल रही हैं. इसके साथ ही एमपी में टमाटर अब राजनीतिक मुद्दा भी बनता जा रहा है, जिसे लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हैं.
रायसेन नहीं है कोई अपवाद: टमाटर की कीमतें 160 रूपये तक पहुंचने के बारे में पूछे जाने पर रायसेन जिले के जिलाधिकारी अरविंद दुबे ने बाजार में टमाटर की अधिक मांग और कम आपूर्ति को इस वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराया. दुबे ने कहा, "अगर किसी उत्पाद की मांग कम है और उत्पादन अधिक है, तो कीमत गिर जाती हैं." उन्होंने कहा कि "देश भर में टमाटर की कीमतें अधिक हैं और रायसेन कोई अपवाद नहीं है."
दुबे ने कहा कि "बाड़ी क्षेत्र जिले में टमाटर का सबसे बड़ा उत्पादक है." उन्होंने कहा कि रायसेन जिले से टमाटर के उपज की आपूर्ति दक्षिणी भारत और नेपाल को की जाती है. इस बीच, टमाटर उत्पादक किसानों ने टमाटर की कीमतों में हुई इस भारी वृद्धि के लिए बिचौलियों को जिम्मेदार ठहराया है.
कम दाम में उपज खरीद कर महंगे दाम में बेच रहे बिचौलिये: इसके अलावा किसान गणपत सिंह कुशवाहा, सीताराम कुर्मी और मनोज पटेल ने दावा किया कि ''बिचौलिये उनकी उपज 20 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदते हैं और थोक विक्रेताओं को ऊंचे दाम पर बेचते हैं." इसके अलावा अब सरकार और विपक्ष भी टमाटर को लेकर आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस ने कहा कि "महंगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, मिर्ची 200 रूपये पार, टमाटर 160 रूपये पार, धनिया 300 रूपये और लहसुन 200 रूपये पार. शिवराज जी, पहले ही महीने लाड़ली बहना से पांच गुना राशि वसूल ली? रसोई में महंगाई की मार, जुल्मी है ये बीजेपी सरकार."
टमाटर ने रुलााया: बारिश के कारण खराब हुई टमाटर की फसल के दाम अब सातवें आसमान पर हैं, करीब एक महीने में टमाटर के दामों में करीब 20 गुना बढ़ोतरी हुई है. हालात ये हैं कि जो किसान मई के महीने में टमाटर फेंक रहे थे, वहीं टमाटर अब 160, 140 और 120 का बिक रहा है. टमाटर की बढ़ती किमतों से ना सिर्फ जनता बल्कि किसान भी परेशान हैं.
-पीटीआई भाषा