रायसेन। जिले के ग्राम अंबाडी निवासी कालूराम अहिरवार 55 वर्षीय अपनी मां इमरती बाई की अस्थियां उत्तर प्रदेश के जिला प्रयागराज स्थित गंगा नदी में विसर्जन करने बुधवार को अपने परिवार के साथ गए. अस्थियां विसर्जन करने के बाद गुरुवार की रात वह प्रयागराज अंबेडकर नगर एक्सप्रेस ट्रेन से वापस आ रहे थे. इसी दौरान रात करीब 1 बजे ललितपुर बिरारी स्टेशन के पास ट्रेन की बोगी के गेट से अचानक वह नीचे गिर गए. उनको गिरता देख उनके दामाद ने तत्काल ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी और इसके बाद ट्रेन रुकते ही परिजन नीचे उतरकर रेल की पटरी पर घायल पड़े कालूराम को उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे पर यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
परिवार की आर्थिक स्थिति खराब : मृतक कालूराम के 3 लड़के मजदूरी करते हैं. कालूराम की एक बेटी भी है. बड़े बेटे सुरेश अहिरवार की 2021 में ट्रेन से गिरकर मौत हो गई, उसकी मौत के 8 दिन बाद ही उसकी पत्नी ने भी आत्महत्या कर ली थी. उसका मंझला बेटा राकेश ट्रक ड्राइवर है, जबकि रवि गाड़ियों में भूसा भरने का काम करता है. एक लड़की है, उसकी शादी हो गई. घरवालों ने बताया कि पहले उनकी स्थिति बहुत खराब थी. जिस कारण उनकी दादी की हस्तियां विसर्जन नहीं की गई थीं.
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प्रयागराज से वापसी के दौरान हादसा : इसके चलते उनके पिता कालूराम उनकी माता की अस्थियां लगभग 35 से 40 साल संभाल कर रखे रहे. अस्थियां विसर्जन करने गए थे और इसी दौरान यह हादसा हो गया. पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को उनका शव अंबाडी गांव में पहुंचा यहां गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनका छोटा बेटा अभी कुंवारा है. अंतिम संस्कार के बाद उनके पोता और पोती प्रयागराज गंगा नदी में अस्थि विसर्जन के दौरान जो उनकी फोटो ली गई थी, उसको दिनभर देखते रहे और कहते रहे कि यह मेरे दादा हैं.