रायसेन। जिले के पूर्वी क्षेत्र के ग्राम बहेड़ पहाड़ी के पास वन भूमि पर अवैध उत्खनन चल रहा था. जिसे रोकने गई वन विभाग की टीम पर खनन माफिया ने लाठी और पत्थरों से जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में राहुल मेहरा नाम का वन रक्षक घायल हो गया. वहीं पत्थर माफियाओं के हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमे वन कर्मियों को लाठी डंडे का डर दिखाते हुए भगाया जा रहा है.
- माफिया ने वन विभाग की टीम पर किया हमला
पत्थर माफिया के इतने ज्यादा हौसले बुलंद हैं कि अब वह वन कर्मचारियों पर भी खुलेआम हमले करने से बाज नहीं आ रहे हैं और शासन प्रशासन को ताक में रखते हुए शासकीय वन भूमि पर खुलेआम अवैध रूप से पत्थर का जमकर उत्खनन कर रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार रविवार को वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को ग्राम बहेड के पास पहाड़ी पर वन भूमि में अवैध रूप से उत्खनन होने की सूचना मिली थी. जिस पर वन विभाग की ओर से पश्चिम वन परिक्षेत्र अधिकारी आर के चौधरी, डिप्टी रेंजर जीवन सिंह पवार वन रक्षकों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे. लेकिन वहां पत्थर माफिया के काफी संख्या में लोग हाथों में डंडे और हथियार लेकर हमला करने के लिए आ गए और उन्होंने हमला करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं पत्थर खदानों से पत्थर भी फेंके गए. इस दौरान अवैध रूप से उत्खनन से निकले पत्थरों से भरी ट्रैक्टर ट्राली लेकर माफिया वहां से भाग निकले.
- वन मंडल की एसडीओ बेखबर
ट्रैक्टर ट्राली गांव के बहादुर सिंह नाम के व्यक्ति की बताई जा रही है. जिसे पत्थर माफिया के लोग वन कर्मचारियों से छुड़ाकर भाग खड़े हुए. इस संबंध में सामान्य वन मंडल की एसडीओ से जानकारी ली गई. तो उनका कहना था कि उन्हें इस संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं है.
- माफिया के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
जब इस संबंध में वन मंडल अधिकारी अजय कुमार पांडे से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि पूर्वी वन क्षेत्र के तहत आने वाले ग्राम बहेड़ के पास पहाड़ी पर अवैध रूप से उत्खनन होने की जानकारी मिली थी जिस पर वन अमले को मौके पर पहुंचाया था. जहां पत्थर माफिया और वन कर्मियों के बीच कहासुनी होने की जानकारी मिली है. जल्द ही पत्थर माफिया के लोगों के खिलाफ पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी और पत्थर माफिया के लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. इसके लिए क्षेत्र में प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.