रायसेन. मध्यप्रदेश में एक बार फिर एक आदिवासी की मौत इलाज के अभाव में हो गई. इस बार की घटना प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के गृह जिले रायसेन से आई है. यहां बीमारी से परेशान वृद्ध ने अपने ऊपर तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नगर परिषद के वाहन में रखकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया.
जिला मुख्यालय से 3 KM दूर की घटना: जानकारी के मुताबिक, घटनास्थल जिला मुख्यालय से महज 3 किमी की दूरी पर है. यहां जमुनिया गांव के राजीव नगर टोला में रामचरण के पिता मुन्ना आदिवासी (66) ने अपने कच्चे मकान के बाहर देर रात तेल डालकर आत्मदाह कर लिया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इस पूरे मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने उचित कार्रवाई करने की बात कही है.
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कच्चे मकान में अकेले थे: इधर, बुजुर्ग के परिजनों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि उसकी पत्नी की पहले ही मौत हो गई. बेटे ब्रजेश का दो साल से कुछ पता नहीं है. पत्नी की भी पहले ही मौत हो चुकी है. बुजुर्ग रामचरण घर में अकेले ही रहता था. कुछ समय से वो पैर की बीमारी से पीड़ित था. पैर में इन्फेक्शन होने की वजह से उसकी तकलीफ दिन ब दिन बढ़ती जा रही थी. रायसेन में इलाज के दौरान डॉक्टर और अटेंडर के बीच पैर काटने की बात वृद्ध ने सुन ली थी. इस वजह से अस्पताल से वापस घर लौट आया था.
उपसरपंच ने क्या बताया: इधर, ग्राम पंचायत जुनिया के उपसरपंच सफीक उद्दीन ने बताया- पीड़ित ने एक हफ्ते पहले 108 एंबुलेंस को फोन लगाया, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई. तब उसे गांव के लोगों ने लोडिंग मैजिक के सहारे अस्पताल पहुंचाया. इसके बाद उसे जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया था. इसी मामले में पर एसआई अमरसिंह धाकड़ ने बताया- राजीव नगर में एक वृद्ध रामचरण आदिवासी ने बीमारी से परेशान होकर तेल डालकर आत्मदाह कर लिया. पुलिस ने पूरे मामले में केस दर्ज कर जांच में जुट गई है.