रायसेन। सिलवानी नगर से 8 किलोमीटर दूर सांईखेड़ा गांव में करीब 100 साल पुराना हनुमान मंदिर स्थित है. सोजनी धाम से मशहूर इस मंदिर में पूरे साल भक्तों की भीड़ रहती है. मान्यता है कि इस मंदिर में विराजमान भगवान हनुमान के दर्शन से श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. मंगलवार और शनिवार को यहां दूर-दूर से भक्त आते हैं. हनुमान जयंती के लिए यहां विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
हनुमान चालीसा का पाठ: हनुमान जयंती के लिए मंदिर को खास तरीके से सजाया गया है. भक्तों के लिए छांव उपलब्ध कराने टेंट लगाए गए हैं. ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है. इस मंदिर में हजारों की संख्या में भक्तों के आने की उम्मीद है. यहां श्रद्धालु हनुमान चालीसा का पाठ कर प्रसाद ग्रहण करेंगे. मंदिर प्रांगण में ही भंडारा किया जा रहा है.
मन्नत मांगते ही होती है पूर्ण: इस मंदिर में विराजमान भगवान हनुमान की मनमोहक मूर्ति देखने में सामान्य लगती है लेकिन यह प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. मान्यता है कि यहां श्रद्धालु सच्चे मन से जो भी मन्नत मांगते हैं, वह पूरी होती है. सांईखेड़ा निवासी संतोष रघुवंशी बताते हैं कि 100 साल पहले सोजनी धाम में बरगद के पेड़ के नीचे हनुमान जी की प्रतिमा विराजित थी. ये प्रतिमा कहां से आई, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है.
हनुमान जयंती से जुड़ीं इन खबरों पर डालें एक नजर |
कैसे हुआ मंदिर का निर्माण: सांईखेड़ा गांव के रहने वाले देवेंद्र सिंह रघुवंशी ने बताया कि उनके पिता स्व. राम सिंह पटेल टोंगा ने संतान प्राप्ति की मनोकामना सोजनी वाले हनुमान जी से की थी. इसके बाद उनके यहां बजरंग बली के आशीर्वाद स्वरूप पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई. मन्नत पूरी होने की खुशी में यहां हनुमान मंदिर का निर्माण कराया गया. 1 एकड़ भूमि भी मंदिर के लिए दान दी गई, जिस पर धर्मशाला बनाई गई है.