रायसेन। बरेली सिविल अस्पताल एक बार फिर विवादों में घिरता नजर आ रहा है. सिविल अस्पताल में एक्सपायरी दवाइयां और इंजेक्शन मिले हैं. अस्पताल में बच्चों को दिया जाने वाला सीरप एक्सपायर हो चुका था जिसके ऊपर दूसरा लेबल चढ़ाकर दिया जा रहा था. गनीमत रही कि सीरप पीने से बच्चों को कोई नुकसान नहीं हुआ. यदि एक्सपायरी इंजेक्शन किसी मरीज को दे दिया जाता तो कुछ भी होने की संभावना थी.
सिविल अस्पताल में एंपीसिलीन 500, एमिकासिन 250, कार्रवामीजीपीन 200 टेबलेट एक्सपायर मिली हैं. अस्पताल में एक्सपायरी दवाइयों की सूचना मिलते ही एसडीएम ने तत्काल टीम को जांच के निर्देश दिए. जिसके बाद एसडीएम खुद सिविल अस्पताल पहुंचे. एसडीएम ने कहा कि यह किसी की साजिश लग रही हैं. यदि यह किसी की योजना है तो सरकार सप्लाई वाली दवाईयां ही क्यों मिलती और सभी अस्पतालों को एक्सपायरी दवाएं डिस्पोज की जाती. फिर बरेली सिविल अस्पताल में ही क्यों नहीं की गई, यह जांच का विषय हैं.
बता दें कि पिछले साल जिला अस्पताल में एक मरीज को जानवरों वाली बॉटल चढ़ा दी गई थी. अब बरेली सिविल अस्पताल में एक्सपायरी दवाएं मिली हैं. वहीं प्रशासन इसे लापरवाही की बजाय साजिश बता रहा है.