रायसेन। जमीन के सीमांकन को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें गोली लगने से गांव सरपंच पति और उसके भतीजे की मौत हो गई जबकि पटवारी और सहायक सचिव, ग्राम कोटवार सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गए. घटना मंगलवार रात रायसेन जिले के उदयपुरा तहसील के कुचवाड़ा गांव की है. घटना के बाद से गांव में पुलिस बल तैनात है वहीं दोनों शवों का बुधवार को बरेली अस्पताल में पीएम कराया गया पीएम के बाद नाराज परिजन और रघुवंशी समाज के लोगों द्वारा शव को लेने से इंकार करते हुए प्रशासन से मांग की गई है कि तत्काल आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया जाए. इसी मांग को लेकर बुधवार को सुबह से ही अभी तक नाराज परिजन बरेली की मुख्य सड़क पर बैठकर चक्का जाम किए हुए हैं.
विवाद में चली गोली: जमीन नपती को लेकर रघुवंशी समाज के 2 पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया कि एक-दूसरे पर बंदूकों से हमला कर दिया, जिससे गांव की सरपंच रचना रघुवंशी के पति प्रमोद रघुवंशी और उसके भतीजे विवेक रघुवंशी की मौत हो गई, जबकि रमाकांत रघुवंशी, अजय धाकड़ सहित महिला पटवारी घायल हुए हैं. पूरा घटनाक्रम गांव में नाले की नपती को लेकर हुआ. घायलों में पटवारी, ग्राम कोटवार सहायक सचिव शामिल हैं. घटना के बाद कुचवाड़ा में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. उदयपुरा के अलावा आस-पास के थानों से भी बल को बुलाया गया है. वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं.
चुनावी रंजिश बना विवाद की जड़: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा ने बताया कि विवाद की वजह चुनावी पुरानी रंजिश है, इनकी जमीन के बीच में से सरकारी रास्ता निकला था. उसी की नपती की जा रही थी. इसी दौरान दोनों पक्षों में विवाद हो गया और विवाद बढ़ते देख एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर गोली चला दी, जिसमें सरपंच पति सहित उसके भतीजे की मौत हुई है. पटवारी कोटवार सहित 7 लोग घायल हुए हैं. सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 4 से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है वही दो मुख्य आरोपी घटना के बाद से फरार है जिसकी तलाश की जा रही.
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घटना से नाराज परिजनों ने किया चक्का जाम: देर रात घटना के बाद पुलिस ने दोनों शवों को बरेली अस्पताल लाया गया था जहां बुधवार सुबह दोनों शवों का पोस्चमार्टम कराया गया. पीएम के बाद नाराज परिजनों ने शवों को लेने से इनकार कर दिया और नगर की मुख्य सड़क पर बैठकर चक्का जाम कर दिया. मौके पर एसडीएम बरेली और एडिशनल एसपी परिजनों को समझाएं दे रहे हैं लेकिन परिजन आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग पर अड़े हुए.