पन्ना। कहावत है कि पन्ना की धरा किसी को भी रंक से राजा बना देती है और कुछ ऐसा ही आज देखने मे मिला जहां हीरों की नगरी पन्ना में आज एक साथ दो किसानों की किस्मत चमकी है और रातोरात दोनों ही किसान लखपति बन गए है.
पन्ना में आज दो किसानों को अलग-अलग जगह से हीरे मिले है. पहला हीरा निजी भूमि पर किसान दिलीप मिस्त्री को मिला है जो 7.44 कैरेट का है, जो जरुआपुर में निजी भूमि पर हीरा कार्यालय से पट्टा लेकर खदान में लगाए हुए था से मिला है. वहीं दूसरा हीरा पटी बजरिया के कृष्णकल्यानपुर की उथली हीरा खदान से लखन यादव को मिला है, जिसका वजन करीब 14.95 कैरेट का है. दोनों ही हीरे जेम्स क्वालिटी के है जो हीरा कार्यालय में जमा कर दिए गए है.
पन्ना में दीपावली के एक हफ्ते पूर्व चार बड़े हीरे हीरा कार्यालय में जमा हुए है, जिन्हें अगले महीने होने वाली नीलामी में रखा जाएगा. वहीं आज मिले दोनों किसानों को हीरे से किसान और उनके परिवार में खुशी का माहौल है. किसान कहते है कि भगवान की कृपा से उन्हें हीरे मिले है जिससे मिलने वाले पैसे का उपयोग वह अपना और अपने बच्चो का भविष्य सुधारने में लगाएंगे.
बता दें, नीलामी में जो व्यापारी हीरा खरीदता है, उसे 24 घंटे से लेकर दो दिन के अंदर करीब 20 फीसदी रकम हीरा कार्यालय में जमा करानी होती है. फिर एक महीने के अंदर बाकी 80 फीसदी रकम देनी होती है. जब व्यापारी ये पैसे दे देता है, तो इसमें से 88 फीसदी पैसा हीरा खोजने वाले को मिलता है.