पन्ना। टाइगर रिजर्व पन्ना के कोर जोन रामपुरा बीट में एक युवा बाघिन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद यहां के सुरक्षा और मोनिटरिंग तंत्र पर सवाल तो उठे ही हैं, साथ ही यहां का टाइगर कंजर्वेशन प्लान एनटीसीए(नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) से अभी तक पास नहीं होने की बातें भी सामने आ रही हैं.
बताया जा रहा है कि पन्ना टाइगर रिजर्व कंजर्वेशन प्लान साल 2012 से लंबित है. टाइगर रिजर्व द्वारा भेजे गए आधे-अधूरे प्लान की जगह पर एनटीसीए ने टाइगर रिजर्व प्रबंधन से पूरे टाइगर रिजर्व का फुल प्लान मांगा है. टाइगर कंजर्वेशन प्लान के अप्रूव नहीं होने से यहां बाघों की सुरक्षा के साथ समझौते हो रहे हैं.
वहीं इस पूरे मामले पर जब पन्ना टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर से बात की गई तो उनका कहना था कि टाइगर कंजर्वेशन प्लान एनटीसीए को भेजा गया है, इसके शीघ्र पास होने की उम्मीद है. अब देखना है कि यह प्लान पास होता है या नहीं.